नई दिल्ली, 13 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों को झुग्गी में रहने वाले लोगों की चिंता सताने लगी है. दिल्ली में 10 साल से आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार है. इन 10 सालों में झुग्गी में रहने वाले लोगों को सरकार द्वारा प्रदान कराई गई सुविधाओं के संबंध में ने गीता कॉलोनी की झुग्गियों में रहने वाले कुछ लोगों से बातचीत की.
चंद्रावती ने कहा कि हम कई वर्षों से यहां रह रहे हैं. पीने योग्य स्वच्छ जल के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है. 10 साल से यहां पर आम आदमी पार्टी की सरकार है. लेकिन उनकी फ्री जल की योजना हम तक नहीं पहुंच पाई है. चुनाव है तो वोट मांगने के लिए यहां पर नेता आएंगे. हाथ जोड़कर भरोसा देंगे. चुनाव खत्म होने के बाद हमारी समस्या का संज्ञान लेने कोई नहीं आता. चुनाव के वक्त ही झुग्गी में रहने वाले लोगों की याद आती है.
किरण देवी ने कहा कि स्थानीय विधायक ने कुछ काम किया. लेकिन जितना काम होना था, उतना नहीं हो पाया है. यहां पर नाली की समस्या है. नाली में गंदगी से काफी परेशानी होती है. चुनाव के वक्त जब नेता आएंगे, तो अपनी समस्या हम उनके सामने रखेंगे.
कृष्णा ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारी दुकान और झुग्गी को तोड़ा न जाए. पानी की दिक्कत बहुत ज्यादा है. गर्मी-सर्दियों के महीने में पानी की समस्या रहती है. 20 रुपये में पानी की बोतल खरीद कर पानी पीते हैं.
सुलेखा ने कहा कि चुनाव के वक्त तो सभी वोट लेने के लिए आते हैं. लेकिन वोट पाने के बाद कोई शक्ल दिखाने भी नहीं आता है. दिल्ली सरकार ने एक काम अच्छा किया है कि हमारे यहां सड़क बन गई है. लेकिन पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.
गोपाल सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने काम नहीं किया है. हम चाहते हैं कि इस बार दिल्ली में भाजपा की सरकार बने. हम चाहते हैं कि लोगों के रहने के लिए व्यवस्था की जाए. बच्चों और बुजुर्गों के टहलने के लिए पार्क की व्यवस्था की जाए.
श्याम मिश्रा ने कहा कि हमारी बस्ती में स्थानीय विधायक ने काम किया है. चुनाव में हम दिल्ली सरकार को समर्थन करेंगे. उन्होंने बिजली फ्री कर दी है.
विनय ने कहा कि स्थानीय विधायक ने कुछ भी काम नहीं किया है. बस्ती के लोग विधायक को पहचानते भी नहीं हैं.
स्थानीय विधायक ने यहां से अपने बेटे को टिकट दिलाया. अगर वह काम करते तो उन्हें बेटे को टिकट दिलाने की जरूरत नहीं पड़ती. दिल्ली को इस बार बदलाव की जरूरत है और इसकी शुरुआत यहीं से होनी चाहिए.
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डीकेएम/