नई दिल्ली, 7 जनवरी . चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर की अवधि में भारत की जीडीपी ग्रोथ में सुधार देखने को मिलेगा और महंगाई में कमी आएगी. यह जानकारी मंगलवार को एचएसबीसी रिसर्च रिपोर्ट में दी गई.
रिपोर्ट में कहा गया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में वृद्धि दर गिरकर 5.4 प्रतिशत पर रह गई थी, लेकिन हमारा 100 एक्टिविटीज इंडिकेटर का विश्लेषण दिखाता है कि तीसरी तिमाही में वृद्धि दर में सुधार हुआ है.
रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर तिमाही में 65 प्रतिशत इंडिकेटर्स सकारात्मक गति से बढ़ रहे हैं, जबकि पिछली तिमाही में यह 55 प्रतिशत था. कृषि, निर्यात और निर्माण में सुधार सबसे स्पष्ट रूप से देखने को मिला है. साथ ही शहरी खपत में भी कुछ सुधार हुआ है.
हालांकि, यूटिलिटी और निजी निवेश इंडिकेटर अभी भी सुस्त बने हुए हैं. हालात, अभी भी जून तिमाही जितने अच्छे नहीं हैं, जब लगभग 75 प्रतिशत संकेतक सकारात्मक रूप से बढ़ रहे थे.
रिपोर्ट में कहा गया कि स्थिति फिलहाल जून के उच्च स्तर और सितंबर के निम्न स्तर के बीच है. जीवीए वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत के करीब बनी हुई है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि खाद्य महंगाई कम होनी शुरू हो गई और इस कारण कुल महंगाई दर 5 प्रतिशत के नीचे जाने की उम्मीद है.
अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 6.2 प्रतिशत पर रही थी. नवंबर में भी उच्च स्तर पर थी. दिसंबर में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी आनी शुरू हुई थी और जनवरी में इसमें और अधिक कमी देखने को मिल रही है.
रिपोर्ट में कहा गया है, “दिसंबर में सब्जियों (प्याज, टमाटर और गाजर) की कीमतों में गिरावट आई है, साथ ही कुछ दालों की कीमतों में भी गिरावट आई है. इसके आधार पर, हमारा अनुमान है कि नवंबर में महंगाई दर 5.5 प्रतिशत से घटकर दिसंबर में 5.3 प्रतिशत और जनवरी में 5 प्रतिशत से कुछ कम रह सकती है.”
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एबीएस/