New Delhi, 30 अगस्त . नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सीईओ और एमडी आशीष कुमार चौहान ने Saturday को कहा कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) की शानदार जीडीपी वृद्धि बेहद उत्साहजनक है क्योंकि यह सभी क्षेत्रों में देखी गई है.
उन्होंने कहा कि 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर दुनिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की वर्तमान गति को दर्शाता है.
एनएसई के सीईओ ने कहा, “यह वृद्धि सभी क्षेत्रों – यात्रा, पर्यटन, उत्पादन, विनिर्माण, सेवा और तृतीयक क्षेत्र में देखी गई है. कुल मिलाकर, यह एक शानदार प्रदर्शन रहा है, खासकर अगर आप वैश्विक एजेंसियों द्वारा दिए गए विकास दर अनुमानों पर गौर करें, क्योंकि वे पूरे कैलेंडर वर्ष के लिए भारत के लिए 6.5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर का अनुमान नहीं लगाते हैं.”
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की जीडीपी वृद्धि दर बढ़कर 7.8 प्रतिशत हो गई, जबकि वित्त वर्ष 2024-25 की इसी तिमाही में यह वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत थी.
कृषि क्षेत्र ने 2025-26 की पहली तिमाही में 3.7 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर के साथ वापसी की, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कृषि उत्पादन में अनियमित मानसून के कारण गिरावट आई थी और 1.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी.
विनिर्माण क्षेत्र में 7.7 प्रतिशत और निर्माण क्षेत्र में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.
सेवाओं सहित तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 2025-26 की पहली तिमाही के दौरान बढ़कर 9.3 प्रतिशत हो गई, जबकि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में यह आँकड़ा 6.8 प्रतिशत था.
चौहान के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की अगली छमाही भी अच्छी रहने की उम्मीद है क्योंकि मानसून अच्छा रहा है, मुद्रास्फीति कम है और भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी मजबूत स्थिति में है.
उन्होंने कहा, “आगे चलकर, जीएसटी और कर सुधार विकास दर को बढ़ाने में मदद करेंगे.”
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एसकेटी/