जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी और ले कॉर्डन ब्लू भारत में हॉस्पिटैलिटी एजुकेशन को रिडिफाइन करने के लिए तैयार

नई दिल्ली, 27 फरवरी . तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ती खर्च योग्य आय और कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग के कारण भारत हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री (आतिथ्य उद्योग) में ग्लोबल लीडर के रूप में उभर रहा है.

यह सेक्टर हॉस्पिटैलिटी एस्पिरेंट्स के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए भारत और दुनिया भर में एक समृद्ध करियर बनाने की अपार संभावनाएं और अवसर प्रदान करता है.

इसी को देखते हुए ले कॉर्डन ब्लू जैसे प्रसिद्ध ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी एजुकेशनल संस्थान भारत में अपने बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहे हैं और ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में भविष्य के लीडर्स को तैयार करने के लिए इंडस्ट्री के दिग्गजों के साथ साझेदारी कर रहे हैं.

ले कॉर्डन ब्लू के अध्यक्ष और सीईओ आंद्रे जे कॉन्ट्रेयू ने कहा, ”भारत में होटल सेक्टर 7 प्रतिशत की जबरदस्त ग्रोथ का अनुभव कर रहा है, जिससे देश हॉस्पिटैलिटी लैंडस्केप में अंतरराष्ट्रीय लीडर बन गया है. इस अभूतपूर्व क्षमता का हवाला देते हुए एलसीबी ने जीडी गोयनका विश्वविद्यालय के साथ एक कार्यक्रम से एक संपूर्ण परिसर में परिवर्तन किया है. हमारी प्रतिष्ठा हमारे छात्रों की प्रतिष्ठा से आती है और हमारा लक्ष्य इस विरासत का विस्तार करना है.”

ले कॉर्डन ब्लू 28 से अधिक देशों में उपस्थिति के साथ एक प्रमुख फ्रांसीसी हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट है. गुरुग्राम में जीडी गोयनका विश्वविद्यालय में संस्थान का परिसर अधिक छात्रों को समायोजित करने और उन्हें ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के लिए सशक्त बनाने के लिए अपने बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहा है.

इस पहल में एक क्यूलिनेरी थिएटर, तीन नई ट्रेनिंग किचन, दो नई पेस्ट्री किचन, एक नई बेकरी, एक अतिरिक्त चॉकलेट आर्टिस्ट्री रूम और कई छात्र अनुभव क्षेत्रों की स्थापना शामिल है. इससे 500 अतिरिक्त शिक्षार्थियों के लिए शिक्षण और प्रशिक्षण में सहायता मिलेगी, जिससे छात्र क्षमता तीन गुना हो जाएगी.

एलसीबी के जीडी गोयनका परिसर के छात्र अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ हमेशा उद्योग के लिए तैयार रहते हैं, जिसमें अब गुरुग्राम में जीडी गोयनका एजुकेशन सिटी के भीतर 50 हजार वर्ग फुट का तकनीकी प्रशिक्षण क्षेत्र शामिल होगा.

पिछले दशक में ले कॉर्डन ब्लू और जीडी गोयनका विश्वविद्यालय ने हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट और क्यूलिनेरी आर्ट में पेशेवर स्नातक और डिप्लोमा प्रोग्राम की ज्यादा मांग को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर सहयोग किया है.

साझेदारी विविधता और समावेशन पर केंद्रित है, जिसमें शिक्षकों और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम का नियमित कौशल विकास भी शामिल है.

इसके अलावा, दोनों संस्थान अब प्रबंधन विकास कार्यक्रमों (एमडीपी) पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो निरंतर सीखने और पेशेवर विकास की संस्कृति को बढ़ावा देंगे.

एलसीबी का पाठ्यक्रम ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री मानकों के अनुरूप है और नेपाल जैसे कई पड़ोसी देश हॉस्पिटैलिटी शिक्षा के लिए एलसीबी के भारत परिसर पर नजर रख रहे हैं. इसके अलावा, संस्थान के अनुसार, हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है. प्रति माह न्यूनतम 6 से 8 दिन की छुट्टी दी जा रही है.

जीडी गोयनका समूह के प्रबंध निदेशक निपुण गोयनका ने कहा, ”एलसीबी अत्यधिक सहयोगी रही है और हम इससे लगातार सीख रहे हैं. हमें यह घोषणा करते हुए भी खुशी हो रही है कि हम एक डेमो किचन थिएटर बनाने पर काम कर रहे हैं, जिसमें एक समय में 120 छात्र रह सकते हैं. यह भारत में अपनी तरह की पहली सुविधा होगी, जहां छात्र फैकल्टी सदस्यों को भोजन तैयार करते हुए लाइव देख सकेंगे.”

उन्होंने कहा, ”हम एलसीबी की ग्लोबल शिक्षण प्रणाली का हिस्सा बनने के लिए तत्पर हैं, जहां प्रत्येक छात्र को एक एलसीबी ईमेल आईडी प्राप्त होगी और दुनिया भर के 35 एलसीबी परिसरों में उपलब्ध सभी शिक्षण सामग्रियों तक पहुंच होगी. इसके अलावा, हम अपने छात्रों के लिए दो साल के बाद दुनिया भर के किसी भी एलसीबी परिसर में जाकर विदेश में अपनी शिक्षा पूरी करने के रास्ते तलाश रहे हैं.”

एनईपी 2020 में छात्रों के लिए एक ग्लोबल लर्निंग एक्सपीरियंस की कल्पना की गई है, इस तरह के सहयोग और विस्तार अभियान भारत के आतिथ्य क्षेत्र के विकास में योगदान देने में काफी मदद कर सकते हैं, जिससे देश ग्लोबल शिक्षा का केंद्र बन जाएगा.

एफजेड/एबीएम