गौतमबुद्धनगर पुलिस को ‘मुख्यमंत्री दर्पण डैशबोर्ड’ समीक्षा में कमिश्नरेट स्तर पर मिला पहला स्थान

गौतमबुद्धनगर, 10 अप्रैल . मुख्यमंत्री दर्पण डैशबोर्ड की मार्च 2025 की समीक्षा में गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के समस्त पुलिस कमिश्नरेट्स में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.

इसके साथ ही, पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में गौतमबुद्धनगर को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है, जो कि जिले की पुलिस व्यवस्था और प्रशासनिक दक्षता का प्रत्यक्ष प्रमाण है.

यह सफलता गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के कुशल नेतृत्व और दिशा-निर्देशों के परिणामस्वरूप मिली है. पुलिस कमिश्नरेट की विभिन्न शाखाओं और इकाइयों द्वारा की गई प्रभावशाली कार्यवाही और नागरिकों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए किए गए प्रयासों को इस मूल्यांकन में शामिल किया गया.

मुख्यमंत्री दर्पण डैशबोर्ड में कुल 52 बिंदुओं के आधार पर प्रदेश की पुलिस इकाइयों की समीक्षा की जाती है.

इनमें 112 पीआरवी रिस्पांस टाइम, कुल पंजीकृत शिकायतों का निस्तारण, महिला अपराधों (हत्या, बलात्कार, दहेज मृत्यु, अपहरण और पॉक्सो एक्ट से संबंधित अपराध), अनुसूचित जाति व जनजाति पर हुए अपराधों में की गई कार्यवाही, लंबित विवेचनाओं की स्थिति, वांछित अभियुक्तों एवं पुरस्कार घोषित अपराधियों के विरुद्ध की गई कार्यवाही, एनडीपीएस, आबकारी व गुंडा अधिनियम के अंतर्गत की गई कार्रवाई, आग से हुए नुकसान का आकलन, अग्नि सुरक्षा एनओसी, चरित्र प्रमाण पत्र, किराएदार व कर्मचारी सत्यापन जैसे विषयों को प्रमुखता से शामिल किया गया.

इसके अतिरिक्त, सीसीटीएनएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का शीघ्र निस्तारण, जुलूस/विरोध प्रदर्शन की अनुमति प्रक्रिया, कार्यक्रमों की पुलिस व्यवस्था, कोर्ट केसों से संबंधित गवाहों का विवरण, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की उपलब्धता जैसे बिंदुओं पर भी गौतमबुद्धनगर पुलिस की सक्रियता ने उसे अन्य जनपदों की तुलना में श्रेष्ठ साबित किया.

गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस उपलब्धि का श्रेय जिले के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को देते हुए कहा कि यह सफलता पूरे बल की टीम भावना, प्रतिबद्धता और जनता के साथ समन्वय का परिणाम है.

उन्होंने आश्वासन दिया कि आम नागरिकों की सुरक्षा, सुविधा और पुलिस के प्रति विश्वास को और सुदृढ़ करने के लिए इसी प्रकार प्रभावी कार्यवाही जारी रखी जाएगी.

पीकेटी/एबीएम