मध्य प्रदेश के रीवा में 1303 एकड़ में बनेगा ‘गौधाम’, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने किया शिलान्यास

रीवा, 22 जुलाई . मध्य प्रदेश के रीवा जिले में बेसहारा गोवंश के लिए 1,300 एकड़ से अधिक क्षेत्र में वन्य विहार बनाया जाएगा. सोमवार को डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने इस वन्य विहार का शिलान्यास करते हुए कहा कि इसका नाम ‘गौधाम’ होगा.

डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने सोमवार को ग्राम पंचायत हिनौती में विकसित हो रहे 1,303 एकड़ में गोवंश वन्य विहार में विभिन्न कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया. उन्होंने कहा कि यह वन्य विहार “गौधाम” के नाम से जाना जाएगा.

गोवंश संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में सतत हो रहे प्रयासों से विंध्य क्षेत्र में अर्थव्यवस्था को भी संबल मिला है. सामान्य जन अपनी संस्कृति से जुड़ रहे हैं. रीवा शहर में बेसहारा घूमने वाले गोवंशों को संरक्षण देने के लिए सर्वप्रथम लक्ष्मण बाग में गोशाला का निर्माण करवाया.

डिप्टी सीएम शुक्ल की मंशा थी कि जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक गोवंश वन्य विहार की स्थापना हो, जहां बेसहारा गोवंशों को संरक्षण मिल सके. पूर्व में बसामन मामा में गोवंश वन्य विहार की स्थापना की गई थी, जहां बड़ी संख्या में बेसहारा गोवंशों को संरक्षण मिल रहा है. गंगेव जनपद पंचायत के हिनौती ग्राम में 1 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से 1,303 एकड़ में गोवंश वन्य विहार विकसित किया जाएगा.

हिनौती गोवंश वन्य विहार में 65 लाख 64 हज़ार रुपए की लागत से बनाए गए दो गौ-शेड का लोकार्पण किया गया. 30 लाख 42 हज़ार रुपए की लागत से 2 गौ-विश्राम सड़क, 21 लाख 92 हज़ार रुपए की लागत से चारागाह क्षेत्र की तार फेंसिंग, 15 लाख 16 हज़ार रुपए की लागत से दो हेक्टेयर क्षेत्र में चारागाह विकसित किया जाना है. जिले के सभी गोवंश वन्य विहार आत्मनिर्भर हों और वहां पोषण वाटिका विकास, एकीकृत कृषि व आजीविका संस्थान बने तथा स्वयं सहायता समूहों को कार्य मिले, इसके प्रयास हो रहे हैं.

इसी कड़ी में हिनौती गोवंश वन्य विहार में 6 नग गौशाला शेड, एक प्रशासनिक भवन व पशु चिकित्सालय, 500 मीटर पीसीसी रोड बनाकर पेवर ब्लॉक लगाने, सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण, यज्ञ शाला निर्माण तथा उन्नत पशु नस्ल सुधार प्रजनन केंद्र के अतिरिक्त एकीकृत कृषि व आजीविका संस्थान तथा पौधरोपण एवं पोषण वाटिका विकास के कार्य आगामी दिनों में कराए जाएंगे.

एसएनपी/एबीएम