गांधी परिवार आज अमेठी की जनता से कह रहा ‘हम आपके हैं कौन’ : रोहन गुप्ता

अमेठी, 19 मई . भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर अमेठी और रायबरेली राहुल गांधी के लिए एक है तो फिर क्या राहुल गांधी के लिए उस अमेठी को छोड़ देना उचित था, जहां की जनता उनसे पांच साल के लिए नाराज हुई थी.

उन्होंने आगे कहा कि पिछले 5 साल के दौरान राहुल गांधी कितनी बार अमेठी आए. इस बार जब चुनने की बारी आई तो राहुल गांधी ने रायबरेली ही क्यों चुना. आपकी कथनी और करनी में फर्क है. जिस अमेठी की जनता ने 31 साल तक आपको आशीर्वाद दिया, 50 साल तक आपकी पार्टी को आशीर्वाद दिया, उस अमेठी की जनता ने एक बार परिवर्तन किया तो आपने उन्हें छोड़ दिया.

प्रियंका गांधी की ओर से अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस की जीत के दावे वाले बयान पर उन्होंने कहा कि दावा करना और हकीकत में अंतर है. अमेठी और रायबरेली में से रायबरेली को चुनकर इस परिवार ने अमेठी की जनता का अपमान किया है. इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता.

उन्होंने कहा कि काम बोलता है. आज योगी और मोदी सरकार का काम देखिए. अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी का काम देखिए. काम का मूल्यांकन होना चाहिए. अमेठी में पिछले 50 साल में हुए काम की तुलना बीते पांच साल में हुए विकास के कामों से कर लीजिए.

रोहन गुप्ता ने कहा, 5 साल में हुए विकास कार्य को देखकर आज अमेठी की जनता भी कह रही है कि जो काम उन्होंने 5 साल पहले किया था, शायद बहुत पहले करना चाहिए था. गांधी परिवार को पता था कि वह अमेठी के लोगों का गुस्सा नहीं झेल पाएंगे और शायद इसी लिए गांधी परिवार ने अमेठी की जनता का गुस्सा झेलने के लिए एक कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतार दिया. जिस अमेठी की जनता ने कांग्रेस को देश का प्रधानमंत्री दिया उनके साथ मोहभंग कैसे हो गया है. आज अमेठी की जनता गांधी परिवार से कह रहा है, हम आपके हैं कौन?

उन्होंने आगे कहा कि 5 साल पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में जब हम यहां कांग्रेस के लिए प्रचार करने आए थे तो लोगों में गुस्सा था. हर तरफ लोग जानना चाहते थे कि 5 साल में क्या काम किए गए हैं. बीते पांच सालों में अमेठी में विकास के काम बहुत हुए हैं. आज हालात बदल गए हैं. इमोशनल बात करने से नहीं, जनता काम के आधार पर वोट देती है.

अमेठी की जनता ने साल 2014 में स्मृति ईरानी को हराया था, लेकिन इसके बाद भी वह लोगों के बीच रहीं और 2019 में उसी अमेठी की जनता ने उन्हें चुनाव जिताया. कांग्रेस ने 50 साल का रिश्ता 5 साल सत्ता से बेदखल रखने के कारण तोड़ दिया.

पीएसके/एसजीके