महाकुंभ का आयोजन शानदार, हर दिन बन रहा नया रिकॉर्ड : गजेंद्र सिंह शेखावत

जोधपुर, 14 फरवरी . केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को शानदार बताया. उन्होंने कहा कि भविष्य में इसका अध्ययन केस स्टडी के तौर पर किया जाएगा.

उन्होंने ये बातें शुक्रवार को अपने गृहनगर और संसदीय क्षेत्र जोधपुर पहुंचने पर कही. अपने निवास पर आमजन और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने महाकुंभ, वक्फ बोर्ड समेत तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी.

महाकुंभ के बारे में उन्होंने बताया कि हर दिन महाकुंभ में नया रिकॉर्ड बन रहा है. अब तक 48 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं, जो विश्व में नया कीर्तिमान है. शेखावत ने कहा कि महाकुंभ का आयोजन शानदार तरीके से हुआ है और इसकी व्यवस्थाओं का अध्ययन आने वाले समय में केस स्टडी के रूप में किया जाएगा.

महाकुंभ में कांग्रेस के कई नेताओं के सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह पुरानी आदत है कि वे सिर्फ प्रतिक्रिया देते हैं और बाद में उसे नकार देते हैं. उन्होंने याद दिलाया कि कोविड के दौरान जब वैक्सीनेशन शुरू हुआ था, तो कांग्रेस नेताओं ने इसे भाजपा की वैक्सीन कहकर विरोध किया था, लेकिन बाद में सभी ने वैक्सीन लगवाई.

शेखावत ने यह भी कहा कि कांग्रेस के एक्स हैंडल पर वैक्सीन लगवाने की कोई तस्वीर नहीं है, क्योंकि उन्होंने राजनीति की खातिर गलत बयान दिए थे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने वाले वही लोग हैं, जिन्होंने अपने समाज और धर्म की संपत्ति को निजी स्वार्थ के लिए हड़प लिया है.

उनके अनुसार, इस विरोध का उद्देश्य समाज के ताने-बाने को नुकसान पहुंचाना है. उन्होंने यह भी कहा कि जॉइंट पार्लियामेंट कमेटी ने रिपोर्ट दी है, और जब संसद में इस पर चर्चा होगी, तो सभी को अपनी बात रखने का अधिकार मिलेगा.

किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले पर शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार के समय जितने फोन टैपिंग हुए, उतने किसी और समय में नहीं हुए. उन्होंने बताया कि गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने दिल्ली के न्यायालय में शपथपूर्वक बयान दिया है कि फोन टैपिंग की गई थी.

शेखावत ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने इस तरह के पाप किए हैं, वे दूसरों पर उंगली उठाने का कोई हक नहीं रखते.

वहीं, शेखावत ने राजस्थान के आगामी बजट को लेकर कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस बार भी बजट राज्य के सभी वर्गों और विधानसभा क्षेत्रों के लिए समावेशी होगा, जो राज्य के विकास में सहायक साबित होगा.