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जोहान्सबर्ग, 23 नवंबर . Prime Minister Narendra Modi के तीन दिवसीय दक्षिण अफ्रीका दौरे और जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. दक्षिण अफ्रीका में India के उच्चायुक्त प्रभात कुमार ने कहा, “हमारी कुछ बैठकें हुईं. पीएम मोदी ने भारतीय मूल के युवा टेक एंटरप्रेन्योर्स से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीएम को बताया कि वे किस क्षेत्र में काम कर रहे हैं और जिस तकनीक पर वे काम कर रहे हैं, वह लोगों की कैसे मदद कर रही है. पीएम मोदी ने उन्हें कुछ सुझाव दिए.”
उन्होंने बताया कि इसके बाद पीएम मोदी ने नैस्पर्स के सीईओ से मुलाकात की. नैस्पर्स के सीईओ ने India में किए निवेशों के बारे में पीएम मोदी से चर्चा की और बताया कि आने वाले समय में और इन्वेस्ट करने वाले हैं.
विदेश मंत्रालय में आर्थिक विभाग के सचिव सुधाकर दलेला ने कहा, “पीएम मोदी ने जी20 समिट में हिस्सा लिया. यह जी20 समिट खास था, क्योंकि यह पहली बार था जब अफ्रीका में इसका आयोजन हुआ. यह लगातार चौथी ग्लोबल साउथ प्रेसीडेंसी भी थी. 2022 में इंडोनेशिया ने जी20 की अध्यक्षता की थी, उसके बाद भारत, ब्राजील और फिर दक्षिण अफ्रीका ने अध्यक्षता की.”
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने समिट के पहले दिन के दो सेशन को संबोधित किया. उन्होंने President रामफोसा को उनकी गर्मजोशी भरी मेहमान नवाजी और समिट के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया. इंक्लूसिव और सस्टेनेबल इकोनॉमिक ग्रोथ पर चर्चा के लिए हुए सेशन में Prime Minister ने टूरिज्म, फूड सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल इकोनॉमी, इनोवेशन और महिला सशक्तीकरण जैसे एरिया में किए गए काम की तारीफ की.
पीएम मोदी ने New Delhi जी20 समिट के दौरान लिए गए कुछ ऐतिहासिक फैसलों को याद किया और कहा कि साउथ अफ्रीकन प्रेसीडेंसी ने उन्हें आगे बढ़ाया है. पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि अब डेवलपमेंट के नए पैरामीटर्स पर ध्यान देने का समय है. India की सिविलाइजेशनल समझ पर आधारित इंटीग्रल ह्यूमैनिज्म के आइडिया को एक्सप्लोर किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सभी के लिए विकास और भलाई के लिए India के नजरिए को समझाते हुए Prime Minister ने जी20 के लिए कुछ सुझाव दिए. उन्होंने एक जी20 ग्लोबल ट्रेडिशनल नॉलेज रिपॉजिटरी बनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जी20 के तहत एक वैश्विक भंडार बनाया जाए, जिसमें ऐसे ज्ञान और अनुभव को दर्ज किया जाए. इससे आने वाली पीढ़ियों के फायदे के लिए इंसानियत की मिली-जुली समझ का इस्तेमाल होगा.
दूसरा, एक जी20 अफ्रीका स्किल्स मल्टीप्लायर बनाना. इस प्रोग्राम का मकसद अफ्रीका में युवाओं को स्किल देने के लिए दस लाख सर्टिफाइड ट्रेनर्स का एक पूल बनाना होगा.
तीसरा, एक जी20 ग्लोबल हेल्थ केयर रिस्पॉन्स टीम बनाना जिसमें जी20 के हर सदस्य के हेल्थ केयर एक्सपर्ट्स होंगे और जिन्हें दुनिया के किसी भी हिस्से में ग्लोबल हेल्थ चुनौतियों से निपटने के लिए तैनात किया जा सकेगा.
चौथा, एक जी20 ओपन सैटेलाइट डेटा पार्टनरशिप बनाना. यह सैटेलाइट डाटा का एक प्रोग्राम है जिसमें जी20 स्पेस एजेंसियां विकासशील देशों को खेती, मछली पालन, डिजास्टर मैनेजमेंट और दूसरी एक्टिविटीज के लिए जानकारी देंगी.
विदेश मंत्रालय में आर्थिक विभाग के सचिव सुधाकर दलेला ने कहा कि पीएम मोदी ने जी20 क्रिटिकल मिनरल्स सर्कुलरिटी इनिशिएटिव बनाने के बारे में भी बात की. यह एक ऐसा इनिशिएटिव है जो रीसाइक्लिंग, अर्बन माइनिंग, सेकंड लाइफ बैटरी प्रोजेक्ट्स और अलग-अलग तरह के इनोवेशन को बढ़ावा देगा और सप्लाई चेन सिक्योरिटी को मजबूत करने और डेवलपमेंट के साफ-सुथरे रास्ते बनाने में मदद करेगा और आखिर में, Prime Minister ने ड्रग और टेरर नेक्सस का मुकाबला करने के लिए जी20 इनिशिएटिव बनाने का जिक्र किया.
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केके/वीसी