रांची, 23 अगस्त . झारखंड में शुक्रवार का दिन राजनीतिक रैलियों और प्रदर्शनों के नाम रहा. इस वजह से राजधानी रांची सहित कई शहरों में जनजीवन प्रभावित रहा. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की ओर से रांची में ‘युवा आक्रोश रैली’ आयोजित हुई और इसमें भाग लेने राज्य के विभिन्न हिस्सों से आ रहे कार्यकर्ताओं-युवाओं के साथ पुलिस की कई जगहों पर झड़प हुई, तो दूसरी तरफ राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र पर झारखंड के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए विभिन्न जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया.
रांची में ‘युवा आक्रोश रैली’ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने मोरहाबादी मैदान से निकलने वाले सभी पांच-छह रास्तों पर कंटीले तार से बैरिकेडिंग कर रखी थी. शहर के विभिन्न इलाकों में बड़े पैमाने पर पुलिस की तैनाती भी गई थी. कई प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक सुबह से लेकर शाम तक डाइवर्ट किया गया था, जिसकी वजह से लोग परेशान रहे.
रांची के मोरहाबादी मैदान में जिस वक्त भाजपा की ‘युवा आक्रोश रैली’ आयोजित हो रही थी, उसी वक्त झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र सरकार के खिलाफ जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक मार्च निकाला. यहां एक जनसभा भी आयोजित हुई, जिसे संबोधित करते हुए राज्यसभा की सांसद महुआ माजी ने कहा कि केंद्र की सरकार ने रॉयल्टी और जमीन अधिग्रहण के एवज में राज्य के एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये रोक रखे हैं. कई अन्य योजनाओं के फंड रोके गए हैं. कोशिश हो रही है कि झारखंड का विकास बाधित किया जाए. उन्होंने कहा कि भाजपा ‘युवा आक्रोश रैली’ के नाम पर राज्य को अशांत करना चाहती है.
गिरिडीह, जमशेदपुर, धनबाद, गढ़वा सहित कई अन्य शहरों में झामुमो के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ मार्च निकाला और प्रदर्शन किया.
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एसएनसी/एकेजे