राजौरी, 4 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर सरकार ने महिलाओं के लिए निःशुल्क बस सेवा शुरू की है, जिससे महिलाओं को सरकारी और इलेक्ट्रिक बसों में बिना किसी किराए के यात्रा करने का अवसर मिलेगा. यह कदम महिलाओं के लिए सुरक्षित और सुलभ सार्वजनिक परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. हालांकि, राजौरी और पुंछ की महिलाएं और छात्राएं इस सुविधा से वंचित हैं, क्योंकि इन जिलों में अभी तक यह बस सेवा उपलब्ध नहीं हो पाई है.
राजौरी और पुंछ की महिलाएं सरकार से मांग कर रही हैं कि इन क्षेत्रों में भी महिलाओं के लिए निःशुल्क बस सेवा शुरू की जाए. पीजी कॉलेज राजौरी की छात्राओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता जताई है और कहा कि उन्हें सुरक्षित और किफायती यात्रा के लिए सरकारी बसों की आवश्यकता है. छात्राओं का कहना है कि खासकर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छात्र-छात्राओं के लिए निजी परिवहन का खर्च बहुत अधिक है और इन वाहनों में भीड़भाड़ रहती है. इसके अलावा, सरकारी बसों की संख्या भी बहुत कम है, जिससे यात्रा में काफी परेशानी होती है.
राजकीय पीजी कॉलेज की छात्रा और राजौरी की बिपाशा भारद्वाज ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पहल को लेकर हम सभी खुश हैं. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह निःशुल्क बस सेवा राजौरी और पुंछ में अभी तक शुरू नहीं हो पाई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस सेवा को जल्दी से इन जिलों में शुरू किया जाए ताकि यहां की महिलाएं भी इसका लाभ उठा सकें. उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी बसों की संख्या बढ़ाने से महिलाओं को यात्रा में और भी सुविधाएं मिल सकती हैं.
राजकीय पीजी कॉलेज की छात्रा और स्थानीय निवासी आरजू मन्हास ने भी मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए यह एक बेहतरीन पहल है, लेकिन इसे राजौरी और पुंछ में जल्दी लागू करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि इस सेवा के न होने से महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
राजकीय पीजी कॉलेज की छात्रा जमीला ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह कदम महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है, लेकिन यह सुविधा राजौरी और पुंछ तक नहीं पहुंच पाई है. उन्होंने सरकार से यह अपील की कि इस योजना को जल्द से जल्द लागू किया जाए ताकि यहां की महिलाएं भी इसका लाभ उठा सकें.
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पीएसएम/जीकेटी