एनएसई 2025 की पहली छमाही में आईपीओ फंड जुटाने में दुनिया भर में चौथे स्थान पर

Mumbai , 14 जुलाई . कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान आईपीओ फंड जुटाने के मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एक्सचेंज बनकर उभरा है. यह जानकारी Monday को आई एक रिपोर्ट में दी गई.

एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, एनएसई ने छह महीने की अवधि में आईपीओ के माध्यम से 5.51 अरब डॉलर जुटाए, जो कुल ग्लोबल आईपीओ फंड रेजिंग 61.95 अरब डॉलर का 8.9 प्रतिशत है.

ग्लोबल आईपीओ लीग टेबल में शीर्ष तीन स्थान नैस्डैक ग्लोबल मार्केट, एनवाईएसई और नैस्डैक ग्लोबल सेलेक्ट मार्केट के पास रहे, जिन्होंने इसी अवधि में कुल मिलाकर 28.95 अरब डॉलर जुटाए.

यह मजबूत प्रदर्शन ऐसे समय में आया है जब एनएसई की अपनी पब्लिक लिस्टिंग की उम्मीदें बढ़ रही हैं, जो कि एक लंबे समय से प्रतीक्षित कदम है और भारत के पूंजी बाजारों में एक ऐतिहासिक क्षण साबित हो सकता है.

सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने हाल ही में पुष्टि की है कि एनएसई के आईपीओ योजनाओं को आगे बढ़ाने में अब कोई बाधा नहीं है.

पिछले महीने Mumbai में एफई सीएफओ अवार्ड्स में पांडे ने कहा, “एनएसई आईपीओ के मामले में कोई बाधा नहीं रहेगी.”

हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या यह दिवाली से पहले हो सकता है तो उन्होंने किसी तरह की कोई समयसीमा नहीं बताई.

इससे पहले, एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा था कि एक्सचेंज सेबी से एनओसी का इंतजार कर रहा है.

एनओसी मिलने के बाद, एनएसई अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) तैयार करेगा और बाजार नियामक के पास दाखिल करेगा.

चौहान ने न्यूज एजेंसी से कहा, “हम अपना डीआरएचपी तैयार करेंगे और इसे सेबी को वापस भेज देंगे. उसके बाद, वे इसे मंजूरी देने के लिए अपना समय लेंगे.”

एनएसई आईपीओ के लिए नियामक अनुमोदन में पहले विरासत संबंधी मुद्दों के कारण देरी का सामना करना पड़ा था. हालांकि, सेबी अध्यक्ष की हालिया टिप्पणियों और एक्सचेंज की तैयारियों के साथ अब रास्ता पहले से कहीं अधिक स्पष्ट प्रतीत होता है. जबकि ध्यान एनएसई के आईपीओ पर केंद्रित है, सेबी ने व्यापक आईपीओ बाजार पर अपनी निगरानी भी कड़ी कर दी है.

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