बिहार : शराब के धंधे में चार पुलिसकर्मी कर रहे थे हेराफेरी, पुलिस अधीक्षक ने किया निलंबित

मोतिहारी, 22 मई . बिहार के पूर्वी चंपारण में अवैध शराब के धंधेबाजों के साथ मिलीभगत, सांठगांठ, रिश्वतखोरी और हेराफेरी करना कुछ पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया. इस बात की जानकारी जब पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात को हुई, तब मामले की सत्यता की पुष्टि करने के बाद उन्होंने एक झटके में दो थाना प्रभारी, एक दारोगा और एक चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

दरअसल, पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने शराब धंधेबाजों और सूखे नशे के सौदागरों के खिलाफ पूरी कड़ाई बरत रखी है. ऐसे में पुलिस अधीक्षक के पास आम लोगों की शिकायत भी सीधे पहुंच रही है.

पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने समाचार एजेंसी से बातचीत में बताया कि शिकायत के बाद जांच कराकर कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे के दौरान दो थाना प्रभारी, एक दारोगा और एक चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उन पर विभागीय कार्रवाई भी शुरू की जा रही है.

उन्होंने बताया कि पीपराकोठी के थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक खालिद अख्तर को नशे के कारोबार में अंकुश लगाने में विफलता और कई मामलों में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप में निलंबित किया गया है, जबकि अवैध कारोबारियों के साथ सांठ-गांठ के आरोप में बीजधरी ओपी के अध्यक्ष राजीव कुमार और चौकीदार रंजन कुमार को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा, थाना प्रभारी खालिद पर स्थानीय एक शराब तस्कर को संरक्षण देने का भी आरोप है.

बताया गया कि थाना प्रभारी शराब धंधेबाजों के साथ सांठगांठ कर झूठा मुकदमा कर लोगों को परेशान करते थे. इसी तरह मधुबन प्रखंड में गड़हिया ओपी के दारोगा मुन्ना सिंह को रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित किया गया है. पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात की इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.

एमएनपी/पीएसके