कुशीनगर, 25 जुलाई . उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला प्रशासन ने खड्डा तहसील की बड़ी गंडक नदी में अचानक बढ़े हुए जलप्रवाह के बीच फंसे चार लोगों का अदम्य साहस का परिचय देते हुए रेस्क्यू किया. टीम ने देर रात घोर अंधेरे और तेज बहाव के बीच महज कुछ मिनटों में रेस्क्यू ऑपेरशन को सफलतापूर्वक अंजाम देते हुए सभी को सुरक्षित बचा लिया. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के रेस्क्यू ऑपरेशन की काफी तारीफ की.
यहां वर्ष 2003 में तेज बहाव की वजह से 16 लोगाें की जान चली गई थी.
राहत आयुक्त जीएस नवीन के मुताबिक बुधवार रात 8 बजे कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि खड्डा तहसील के एसडीएम ऋषभ पुंडीर और एडीएम एफआर वैभव मिश्रा ने बड़ी गंडक नदी में अचानक तेज बहाव की वजह से एक नाव पलटने की सूचना दी. इस हादसे में चार लोग पुनियावन पुल के पास तेज बहाव के बीच फंसे थे.
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने रात में रेस्क्यू ऑपरेशन की परमिशन मांगी. तत्काल परमिशन देते हुए एसडीआरएफ के कमांडेंट को रेस्क्यू का आदेश दिया गया. एडीएम एफआर वैभव मिश्रा ने बताया कि ऑपरेशन की परमिशन मिलते ही एसडीआरएफ मौके पर पहुंची. घोर अंधेरा होने की वजह से एसडीआरएफ ने ऑपरेशन चलाने में असमर्थता जताई. इस पर तत्काल प्रकाश की व्यवस्था कराई गई. इसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया.
एडीएम एफआर वैभव मिश्रा, एसडीएम खड्डा ऋषभ पुंडीर और एसडीआरएफ की टीम ने अदम्य साहस का परिचय देते में हुए कड़ी मशक्कत के बाद महज 40 मिनट में पानी की तेज बहाव में फंसे चारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बाद सभी का मेडिकल चेकअप कराया गया. वहीं, डॉक्टर्स के क्लीयरेंस के बाद सभी को गाड़ी से उनके घर पहुंचाया गया.
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि बड़ी गंडक नदी की तेज बहाव में फंसे चारों लोग बिहार के रहने वाले थे. चारों लोग देर रात नदी में मछली पकड़ने गए थे. इस दौरान नदी का बहाव अचानक तेज हो गया और नाव पलट गई. तेज बहाव होने की वजह से चारों लोग बहते हुए पुनियाहवा पुल के पास फंस गए.
ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया और 40 मिनट में सफलतापूर्वक सभी को बचा लिया गया. नदी की तेज बहाव में राजकुमार साहनी, भुवाली साहनी, सुभाष साहनी और शैलेश कुमार फंस गए थे. चारों बिहार के बगाह नारायणपुर घाट के रहने वाले हैं. ऑपरेशन के बाद सभी का मेडिकल चेकअप कराया गया. इसके बाद गाड़ी से सभी को उनके घर पहुंचाया गया.
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विकेटी/एबीएम