बैंकॉक, 31 मार्च . म्यांमार में आए भूकंप के बाद बैंकॉक में एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत गिर गई थी. इसके बाद, थाईलैंड के अधिकारियों ने चार चीनी नागरिकों को उस जगह पर बिना अनुमति के प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया.
पुलिस ने बताया कि ये लोग साइट से दस्तावेज प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे, जिसकी अब जांच चल रही है क्योंकि इसका संबंध चीन समर्थित कंस्ट्रक्शन फर्म से है.
शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे 30 मंजिला इमारत कुछ सेकंड में गिर गई. इसके कारण मलबा हवा में उछल गया और कई लोग मलबे में दब गए.
नेशनल थाईलैंड की रिपोर्ट के मुताबिक, मेट्रोपॉलिटन पुलिस ब्यूरो के डिप्टी कमिश्नर मेजर जनरल नोपासिन पूलस्वात ने बताया कि चार चीनी नागरिकों को बिना अनुमति के ढह चुके स्टेट ऑडिट ऑफिस (एसएओ) बिल्डिंग से 32 फाइलें चुराते हुए पकड़ा गया.
भूकंप के बाद, बैंकॉक के गवर्नर ने इस जगह को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया और यहां अनधिकृत प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया. हालांकि, शनिवार को पुलिस को खबर मिली कि कुछ लोग इस साइट से कागजात ले जा रहे हैं.
जांच के बाद अधिकारियों ने घटनास्थल के पास से एक चीनी व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने खुद को निर्माण प्रोजेक्ट का प्रबंधक बताया. उसके दस्तावेज से पता चला कि उसके पास वैध वर्क परमिट था और वे प्रोजेक्ट के ठेकेदार, इटालियन-थाई डेवलपमेंट पब्लिक कंपनी लिमिटेड के संयुक्त उद्यम से जुड़े थे.
आगे की जांच में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया, और 32 दस्तावेज भी बरामद किए गए, जिनमें ब्लूप्रिंट और अन्य कागजात शामिल थे.
चीनी नागरिकों ने बताया कि वे मुख्य ठेकेदार के अधीन काम करने वाले उपठेकेदार थे और बीमा दावे के लिए जरूरी दस्तावेज हासिल करने के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसे थे.
शुरुआत में संदिग्धों को पूछताछ के बाद अस्थायी रूप से रिहा कर दिया गया. लेकिन रविवार को, चतुचक जिला कार्यालय ने सार्वजनिक प्रतिबंधों का उल्लंघन करने और ढही हुई जगह से संवेदनशील दस्तावेज हटाने के आरोप में पांच चीनी नागरिकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की.
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है, जबकि पांचवे व्यक्ति की पहचान उनके नियोक्ता के रूप में हुई है और उसकी जांच जारी है. अधिकारियों का कहना है कि वे चल रही जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे.
थाईलैंड ने रविवार को यह पुष्टि की कि शक्तिशाली भूकंप में अब तक 17 लोग मारे गए हैं, 32 लोग घायल हुए हैं और 77 लोग अभी भी लापता हैं.
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एसएचके/एमके