कोलकाता, 17 फरवरी . पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत चार भाजपा विधायकों पर कार्रवाई की गई है. भाजपा विधायकों को विधानसभा से 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है. सुवेंदु अधिकारी के अलावा विधायक अग्निमित्रा पॉल, बिश्वनाथ कार्क और बंकिम घोष को निलंबित किया गया है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा विधायकों पर हुई कार्रवाई पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शुभंकर सरकार की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने से बात करते हुए कहा कि सत्ता और विपक्ष के लोग सरस्वती पूजा पर राजनीति कर रहे हैं.
शुभंकर सरकार ने कहा, “पश्चिम बंगाल के हर एक घर में सरस्वती पूजा होती है और मुस्लिम समुदाय भी सरस्वती तथा दुर्गा पूजा में शामिल होते हैं. मैं यही पूछना चाहता हूं कि ऐसा क्या हुआ है कि सरस्वती पूजा को लेकर बंगाल में इस तरह का माहौल बनाया गया, मैं मानता हूं कि यह सही बात नहीं है. सरस्वती पूजा पूरे हिंदुस्तान में होती है और सबसे अहम बात यह है कि विपक्ष के नेता शिक्षा पर बात क्यों नहीं करते हैं. पश्चिम बंगाल में सरकार और विपक्ष बेवजह ही सरस्वती पूजा के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “पश्चिम बंगाल एक सांस्कृतिक राज्य है. ईद हो या सरस्वती पूजा, पहले किसी भी अन्य त्योहार पर कोई झगड़ा नहीं होता था. मुझे लगता है कि पश्चिम बंगाल के लोग इस बात को स्वीकार नहीं करेंगे. यहां की संस्कृति यही है कि हर धर्म का इंसान सारे त्योहार मिलकर मनाता है. इस बार भी यहां सरस्वती पूजा जरूर होगी और जो भी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, कांग्रेस उनका विरोध करती है.”
पश्चिम बंगाल में कुछ शैक्षणिक संस्थानों में सरस्वती पूजा को रोक दिया गया है. भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने सोमवार को विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर एक लंबित प्रस्ताव पेश किया था, पहले तो उन्हें प्रस्ताव पढ़ने की इजाजत दी गई. जब स्थगन प्रस्ताव पढ़ने के बाद भाजपा विधायकों ने मामले पर चर्चा की मांग की तो विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने इसे ठुकरा दिया, जिसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ और भाजपा विधायकों को 30 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया.
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एफएम/एबीएम