नई दिल्ली, 20 मई . भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसकी वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लॉन्च की गई कई योजनाएं हैं, जिनमें ‘स्टार्टअप इंडिया’, बजटीय सुधार और अनुकूल नीतियां शामिल हैं. ये बातें सोमवार को स्टार्टअप के संस्थापकों की ओर से कही गई.
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि देश में 1.5 लाख से ज्यादा स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं, जो कि लाखों युवाओं को रोजगार दे रहे हैं.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संस्थापकों ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा नीतियों को आसान बनाने और टैक्स में छूट दिए जाने के कारण व्यापार करने के लिए सकारात्मक माहौल बना है.
पुणे स्थित एनर्जी-टेक स्टार्टअप एरेन्क के सीईओ, वीजी अनिल ने से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार की ओर से अनुकूल नीतियां बनाने के कारण विदेशी निवेश में इजाफा हुआ है. इससे इलेक्ट्रिक वाहनों और सोलर बैटरी जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप खोलना आसान हुआ है.
इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की कुल वैल्यू करीब 450 अरब डॉलर है.
इंटरफेस वेंचर्स के संस्थापक, करण देसाई ने कहा कि भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम बढ़ने की कई वजहें हैं, जिसमें सरकार की अनुकूल नीतियां, उद्यमियों को प्रोत्साहित करना और अन्य चीजें शामिल हैं.
दिल्ली स्थित एचआर टेक स्टार्टअप अनस्टॉप के संस्थापक और सीईओ, अंकित अग्रवाल ने कहा कि सरकार की ओर से 217 इन्क्यूबेशन सेंटर्स खोले गए हैं और इनकी ओर से 841 करोड़ फंड्स को मंजूरी दी गई है.
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एबीएस/एबीएम