जयपुर, 11 अक्टूबर राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने ताइक्वांडो एसोसिएशन के पूर्व सचिव दिनेश जगरावल (50) को फर्जी खेल प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन पर रिकॉर्ड में हेराफेरी कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक-एक लाख रुपए में प्रमाण पत्र बांटने का आरोप है. मामले में सत्यापन करने वाले सरकारी शिक्षक बिमलेंदु कुमार झा, कमल सिंह, हितेश भादू और मनोज कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. अन्य कर्मचारियों की भूमिका के बारे में भी जांच की जा रही है.
एटीएस-एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) वी.के. सिंह ने बताया कि सूरतगढ़ श्रीगंगानगर निवासी ताइक्वांडो एसोसिएशन के तत्कालीन सचिव जगरावल को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. वह सीकर के लक्ष्मणगढ़ स्थित नसांवा सरकारी स्कूल में फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर (पीटीआई) हैं. इसके साथ ही वह ताइक्वांडो एसोसिएशन का सचिव भी रह चुका है.
एसओजी के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) परिस देशमुख ने बताया, “आरोपी ने ताइक्वांडो खेल चुके लोगों के रिकॉर्ड में हेराफेरी कर फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए थे. इसके बदले में आरोपी दिनेश जगरावाल ने अभ्यर्थियों से एक-एक लाख रुपये लिए थे. फर्जी प्रमाण पत्र जमा कर सरकारी नौकरी पाने वाले लोगों ने जब उनके सत्यापन की मांग की तो बिमलेश ने इनकार कर दिया.”
“अभ्यर्थियों ने जब बिमलेश को और पैसे दिए तो उसने ताइक्वांडो ऑफ इंडिया के नाम से फर्जी ईमेल बनाकर सभी फर्जी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कर दिया. अब एसओजी आरोपितों से पूछताछ कर उनके बनाए गए फर्जी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कर रही है. साथ ही एसओजी यह भी जांच कर रही है कि पीटीआई भर्ती के अलावा आरोपितों ने अन्य किन भर्तियों के अभ्यर्थियों के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए थे.”
ताइक्वांडो की तीसरी और चौथी भगवान महावीर ओपन स्टेट चैंपियनशिप 2017-18 में हुई थी. दिनेश उस समय राजस्थान ताइक्वांडो संघ के सचिव थे और भारतीय महासंघ से मान्यता मिलने के बाद लगातार दो साल चैंपियनशिप आयोजित की गई. 2017 में यह चैंपियनशिप राजस्थान यूनिवर्सिटी (आरयू) में हुई, जबकि 2018 में सवाई मानसिंह (एसएमएस) स्टेडियम में हुई.
2017 में करीब 4 हजार और 2018 में 3 हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. दोनों ही वर्षों में ऑफलाइन प्रमाण पत्र जारी किए गए. तब बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाण पत्र भी जारी किए गए थे. प्रमाण पत्रों का सत्यापन सचिव रहते हुए दिनेश ने किया था. इसके बदले में उसने एक-एक लाख रुपए लिए थे. खिलाड़ियों को जारी किए गए प्रमाण पत्र अवैध थे और इनके आधार पर कई लोगों को पीटीआई की नौकरी मिल गई. इसके बाद ताइक्वांडो के मैच ऑनलाइन कर दिए गए. राजस्थान ताइक्वांडो संघ ने बताया कि फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 22 जून 2023 को संघ के चुनाव कराए थे. तब कोटा के लक्ष्मण सिंह हाड़ा सचिव और अलवर के उत्तम सैनी अध्यक्ष चुने गए थे. इन्हें भारतीय ओलंपिक संघ और राजस्थान संघ से मान्यता प्राप्त है.
चूंकि ताइक्वांडो संघ विवादों में रहा है, इसलिए भारतीय ताइक्वांडो संघ ने 2018 के बाद चैंपियनशिप को मान्यता नहीं दी. भारतीय ताइक्वांडो संघ ने एक तदर्थ समिति बनाई, जिसने बाद में चुनाव कराए.
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आरआर/