सोल, 3 मार्च . दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हे ने सोमवार को सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) से आग्रह किया कि वह एकजुट रहे और विपक्ष द्वारा नियंत्रित राजनीतिक हालात के बावजूद अपनी जिम्मेदारियां पूरी करे.
पार्टी अधिकारियों के मुताबिक, पार्क ने दक्षिण-पूर्वी शहर डेगू में अपने घर पर पीपीपी के नेताओं के साथ बैठक के दौरान यह बात कही और राष्ट्रपति यून सूक योल के महाभियोग को लेकर ‘गहरी चिंता’ व्यक्त की.
बता दें संवैधानिक न्यायालय इस महीने के अंत में 3 दिसंबर को लागू किए गए मार्शल लॉ के प्रयास के संबंध में यून के खिलाफ महाभियोग पर अपना अंतिम फैसला सुनाने वाला है. अगर फैसला खिलाफ गया तो यून को पद से हटा दिया जाएगा और 60 दिनों के भीतर राष्ट्रपति चुनाव कराया जाएगा.
पार्क ने कहा, “मुझे बहुत दुख हो रहा है कि राष्ट्रपति यून को हिरासत में रहते हुए इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है.” पार्टी प्रवक्ता शिन डोंग-यूके ने उनके हवाले से यह जानकारी दी.
पार्क ने उम्मीद जताई कि सत्तारूढ़ पार्टी देश के भविष्य के लिए एकजुट हो सकेगी. उन्होंने कहा कि ‘सत्तारूढ़ पार्टी को अंत तक जनता के लिए अपनी पूरी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.’
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, “हालांकि विपक्ष के खिलाफ कई लड़ाइयां कठिन हो सकती हैं, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी को अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए.”
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पार्क ने यून के महाभियोग परीक्षण पर चिंता जताई और कहा कि इससे राष्ट्रीय विभाजन और गहरा हो सकता है, तनाव बढ़ सकता है.
शिन के अनुसार, पार्क ने ‘अत्यधिक व्यक्तिगत विश्वासों के कारण टकराव की स्थिति बनने’ की चेतावनी दी. यह भी कहा कि पार्टी के नेतृत्व और सांसदों को ‘अपने व्यक्तिगत विश्वासों को पार्टी से ऊपर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे संकट से उबरने में मदद नहीं मिलेगी.’
पार्क ने 2013 में राष्ट्रपति पद संभाला था. इसके बाद मार्च 2017 में महाभियोग लगाकर उन्हें पद से हटा दिया गया, जब उच्चतम न्यायालय ने उनके करीबी सहयोगी चोई सून-सिल से जुड़े एक पर महाभियोग को सही ठहराया.
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एसएचके/एमके