लखनऊ, 7 अप्रैल . समाजवादी पार्टी ने 2027 के लिए बिसात बिछानी शुरू कर दी है. इसी क्रम में सोमवार को बसपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री दद्दू प्रसाद को सोमवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव के सामने पार्टी में शामिल किया गया है.
सोमवार को राजधानी में सपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मैं दद्दू प्रसाद और उनके समर्थकों का स्वागत करता हूं. आज सपा में बड़ी संख्या में लोग सदस्यता ले रहे हैं. दद्दू प्रसाद और उनके सभी साथियों का स्वागत है.
अखिलेश यादव ने इस दौरान सलाउद्दीन और देवरंजन का भी जिक्र किया जो वहीं पर मौजूद थे. उन्होंने कहा कि ये लोग पार्टी को मजबूत करेंगे. अन्य साथियों का भी स्वागत है. यह पीडीए की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे.
ज्ञात हो कि 2007 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे दद्दू प्रसाद ने सोमवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली. दद्दू प्रसाद वर्तमान में सामाजिक परिवर्तन मिशन के राष्ट्रीय संयोजक थे. दद्दू प्रसाद के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण नेताओं ने सोमवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. दद्दू प्रसाद बसपा से तीन बार के विधायक रहे हैं. मायावती ने 2007 की सरकार में उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री बनाया था.
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि सांसद लालजी सुमन के साथ कोई घटना होती है तो इसके लिए मुख्यमंत्री योगी जिम्मेदार होंगे. उन्होंने कहा कि करणी सेना पर मुख्यमंत्री का हाथ है. यह समय-समय पर थाने और तहसीलों में लोगों को अपमानित करती रहती है. सांसद लालजी सुमन के साथ कोई घटना होती है तो इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे.
सरकार की मुद्रा योजना को लेकर अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यह योजना दस साल होने के बावजूद भी कोई प्रभाव नहीं छोड़ पा रही है. भाजपा के आंकड़ों को लेकर कहा कि ये लोग आंकड़े बहुत बताते हैं, लेकिन ये आंकड़े आते कहां से हैं, यह नहीं बताते हैं. मुद्रा योजना और बेरोजगारी दोनों में विसंगति नजर आ रही है.
मंत्री संजय निषाद पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे किसी कन्फ्यूजन में न रहें. भाजपा में उन्हें ऐसे जकड़ लिया गया है कि अपना स्वाभिमान छोड़ना पड़ा है. अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री से पूछा जाए कि जीरो गरीबी क्या होती है. 15 करोड़ लोग राशन पा रहे हैं. उनकी प्रति कैपिटा इनकम क्या है. जब सीएम गोरखपुर से लौटते हैं तो वहां हत्या हो जाती है. पूरे यूपी पर गोरखपुर के लोग शासन कर रहे हैं.
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विकेटी/एएस