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New Delhi, 21 नवंबर . दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में हो रहे उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. मटिया महल विधानसभा से पूर्व विधायक और दिल्ली Government में मंत्री रह चुके आसिम अहमद खान ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (आप) का दामन थाम लिया है.
Friday को आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने पटका और टोपी पहनाकर खान का पार्टी में स्वागत किया. इस दौरान पूर्व मंत्री और विधायक इमरान हुसैन, विधायक संजीव झा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. आसिम अहमद खान के शामिल होने से मटिया महल विधानसभा में “आप” की स्थिति मजबूत होने के साथ ही चांदनी महल वार्ड उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही है.
पार्टी का दावा है कि स्थानीय स्तर पर उनके जुड़ने से Political समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चांदनी महल वार्ड में करीब 30 वर्षों से एक ही परिवार का वर्चस्व रहा है, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र की स्थिति बेहद खराब बनी हुई है. जगह-जगह कूड़ा और मलबे के ढेर, सड़कों पर धूल-मिट्टी और अव्यवस्था से जनता परेशान है.
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर कब तक एक परिवार के भाई, भतीजे, साले, मामू और रिश्तेदार सत्ता पर काबिज रहेंगे? यह चुनाव परिवारवाद बनाम जनता के सेवक के बीच होने जा रहा है और जनता ने इस बार स्पष्ट संदेश दिया है, “रिश्तेदार नहीं, खिदमतगार चाहिए.”
सौरभ भारद्वाज ने यह भी याद दिलाया कि वर्ष 2015 में Chief Minister अरविंद केजरीवाल ने शिकायत के आधार पर तत्कालीन खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री आसिम अहमद खान को बिना देरी के मंत्रिमंडल से हटाया था और मामले की सीबीआई जांच की भी सिफारिश की थी. सीबीआई ने लंबी और गहन जांच के बाद खान को क्लीन चिट दी और अदालत ने भी उन्हें सम्मानपूर्वक बरी किया.
इसके बाद खान कांग्रेस में शामिल हो गए थे और 2025 के विधानसभा चुनाव में मटिया महल से उम्मीदवार भी रहे. भारद्वाज ने कहा कि आसिम अहमद खान के ट्रैक रिकॉर्ड, उनकी बेदाग जांच रिपोर्ट और कोर्ट से बाइज्जत बरी होने को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी ने दोबारा उन्हें अपने परिवार में शामिल करने का फैसला लिया है. उनका विश्वास है कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए खान की सक्रिय भागीदारी चांदनी महल वार्ड में नई Political शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करेगी.
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पीकेटी/डीएससी