कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने यौन उत्पीड़न के आरोपों का किया खंडन

बेंगलुरु, 15 मार्च . राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शुक्रवार को “नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न ” के आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा कि वह मामले में किसी भी जांच के लिए तैयार हैं.

अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे पता चला कि एक महिला ने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. मैं कानून के मुताबिक हर चीज का सामना करूंगा. मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी और इस स्तर पर यह नहीं कहूंगा कि यह राजनीति से प्रेरित है.”

उन्होंने बताया कि लगभग डेढ़ महीने पहले, मेरे घर के पास एक मां-बेटी आईं. संदेह के कारण हमने उनसे मुलाकात नहीं किया. लेकिन, एक बार मैंने उन्हें अपने घर के पास आंखों में आंसू लिए बैठे देखा. मैंने उन्हें बुलाया और पूछा कि वे क्यों रो रही हैं . इस पर मा-बेटी ने कहा कि वे बड़े संकट से गुजर रही हैं. मैंने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद को फोन कर उनसे उनकी मदद करने को कहा. वहां गई महिला और उसकी बेटी मेरे खिलाफ बोलने लगीं, तो पुलिस ने उन्हें बाहर भेज दिया.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “अब, मामले ने एक अलग मोड़ ले लिया है. अगर हम मदद के लिए आगे आए, तो ये परिणाम भुगतने होंगे. मैंने उनकी परेशानी सुनने के बाद उन्हें पैसे भी दिए थे. मैं हर चीज का सामना करूंगा.”

मामले की शिकायत के बाद गुरुवार को बेंगलुरु के सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन में पॉक्सो अधिनियम और आईपीसी धारा 354 (ए) के तहत केस दर्ज किया गया.

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि ” दो फरवरी को जब मदद मांगने के लिए येदियुरप्पा से मिलने गई, तो उसका यौन उत्पीड़न किया गया.”

इस घटनाक्रम के बाद कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने शुक्रवार को राज्य के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर से मुलाकात की और मामले पर चर्चा की. शिवकुमार ने कहा कि उन्हें अभी घटनाक्रम के बारे में पता चला है और उनके पास और कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, ”चूंकि मामला संवेदनशील है, गृह मंत्री से बात कर इसके बारे में जानकारी देंगे.”

गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा, “येदियुरप्पा एक वरिष्ठ राजनेता हैं. इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है. कल (गुरुवार) रात एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.”

परमेश्वर ने कहा,” यह एक पूर्व मुख्यमंत्री से जुड़ा संवेदनशील मामला है. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती. अगर जरूरत पड़ी तो पीड़िता को सुरक्षा दी जाएगी. परमेश्वर ने कहा, इस मामले पर सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम शिवकुमार के साथ चर्चा की गई है.”

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