भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने टू-टियर टेस्ट सिस्टम लागू करने का आह्वान किया

नई दिल्ली, 1 जनवरी . भारतीय सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने टेस्ट क्रिकेट के लिए दो-स्तरीय प्रणाली की मांग की है, जिससे इस लंबे प्रारूप को बचाने में मदद मिल सके.

शास्त्री का यह बयान उस समय आया है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट में 5 दिनों के दौरान 3,73,691 दर्शक आए. यह ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट मैच का अब तक का सबसे ज्यादा देखा गया मैच बन गया. इससे पहले 1936/37 की एशेज सीरीज में 3,50,534 दर्शक आए थे.

रवि शास्त्री ने द ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने कॉलम में लिखा, “लगभग एक सदी पुराने रिकॉर्ड को तोड़ना यह साबित करता है कि जब बेहतरीन टीमें खेलती हैं, तो क्रिकेट का सबसे कठिन और शानदार प्रारूप आज भी जिंदा है. यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को यह याद दिलाने जैसा है कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ खेलना चाहिए. अन्यथा यह सब बहुत उलझन भरा हो जाता है.

“यह मैच यह भी दिखाता है कि हमें 6-8 शीर्ष टीमों के लिए दो-स्तरीय प्रणाली की जरूरत है, जिसमें प्रमोशन और डिमोशन शामिल हो. अगर दो अच्छी टीमें नहीं खेलेंगी, तो इतने दर्शक नहीं आएंगे.”

2016 में आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट के लिए दो-स्तरीय प्रणाली का प्रस्ताव रखा था, लेकिन सितंबर 2016 में दुबई में हुई बैठक में इसे वापस ले लिया गया.

1983 की विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे शास्त्री ने कहा कि मेलबर्न में खेला गया यह रोमांचक टेस्ट मैच यह भी साबित करता है कि टेस्ट मैच पांच दिनों के लिए ही खेले जाने चाहिए.

उन्होंने कहा, “पांचवें दिन का रोमांच इस बात का सबूत है कि क्लासिक टेस्ट मैच के लिए पांच दिन जरूरी हैं. हालांकि, अगर आप दो-स्तरीय प्रणाली नहीं बनाएंगे, तो बराबरी की टीमें नहीं मिलेंगी और तब मैच पांचवें दिन तक पहुंचना मुश्किल होगा. फिर चार दिन के टेस्ट की बात बार-बार उठेगी.”

ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग डे टेस्ट 184 रनों से जीता और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त बना ली. इस सीरीज का पांचवां और अंतिम टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा.

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