अजमेर : स्कूली छात्राओं से ब्लैकमेलिंग मामले में पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी भेजे गए जेल

अजमेर, 3 मार्च . राजस्थान के अजमेर जिले के ब्यावर क्षेत्र में स्थित बिजयनगर में स्कूली छात्राओं के साथ ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण मामले में आरोपी पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी को रिमांड समाप्त होने के बाद सोमवार को अजमेर की पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया. हकीम कुरैशी नंगे पैर और सिर झुकाए कोर्ट में पहुंचा, जिसके बाद न्यायालय ने उसे 11 मार्च तक जेल भेजने का आदेश दिया.

बिजयनगर थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत भारी पुलिस बल के साथ आरोपी को लेकर कोर्ट पहुंचे थे. इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए सभी 10 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, जबकि तीन नाबालिग आरोपियों को बाल सुधार गृह में रखा गया है.

यह मामला 15 फरवरी को तब सामने आया जब बिजयनगर थाने में एक नाबालिग लड़की ने शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद दूसरी नाबालिग ने भी इसी तरह का मामला दर्ज कराया. तीसरी शिकायत तीन अन्य लड़कियों के पिता की ओर से आई. पीड़िताओं ने आरोप लगाया कि कुछ लोग प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्राओं का यौन शोषण कर रहे थे. आरोपियों ने कथित तौर पर इन छात्राओं के अश्लील फोटो और वीडियो बनाए और उन्हें ब्लैकमेल किया. इतना ही नहीं, पीड़िताओं का कहना है कि उन्हें जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जा रहा था. इन गंभीर आरोपों के आधार पर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की. जांच के दौरान एक के बाद एक कई खुलासे हुए, जिसके बाद पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें से 10 बालिग आरोपी हैं, जिन्हें अब जेल भेज दिया गया है, जबकि तीन नाबालिगों को बाल सुधार गृह में रखा गया है. पुलिस ने बताया कि यह गिरोह संगठित तरीके से काम कर रहा था और नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाकर उनके जीवन को तबाह करने की साजिश रच रहा था.

बिजयनगर थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत ने बताया कि हमने सभी सबूतों को जुटाने के बाद कड़ाई से कार्रवाई की है. मामले की जांच अभी जारी है और अगर कोई और आरोपी सामने आता है, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कदम उठाया जाएगा.

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