देहरादून, 1 नवंबर . पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने उनके खिलाफ हो रही सीबीआई जांच को लेकर बड़ा बयान दिया है. हरक सिंह ने कहा कि ये सब राजनीति से प्रेरित है. उनके अनुसार जैनी प्रकरण हुआ और सीबीआई जांच हुई. लेकिन उसमें खोदा पहाड़ और चुहिया भी नहीं निकली. पाखरो रेज वाले मामले मे भी ऐसा ही होगा.
हरक सिंह ने कहा कि अगर इस मामले मे वह दोषी हैं तो फिर तत्कालीन सीएम भी दोषी हैं, तत्कालीन मुख्य सचिव और केंद्रीय वन मंत्री भी दोषी हैं. उनके अनुसार, पाखरो में क्या निर्माण हुए क्या नहीं, इससे मंत्री का क्या लेना देना. ये हरक सिंह को थोड़े पता चलेगा कि किस मामले में क्या टेंडर हुए क्या नहीं. किस मामले में अधिकारी ने बिना टेंडर काम करवा दिया.
उन्होंने कहा, “उस समय के पीसीसीएफ भरतरी मुझे बताते, तब के प्रमुख सचिव वन रहे आनंद वर्धन मुझे बताते कि इस अधिकारी ने बिना टेंडर काम करवा दिए. मुझे तो अधिकारी योजना को लेकर बोलते थे तो मैं सीएम से लेकर अधिकारियों तक से उसे स्वीकृत करवाता था. इस मामले में उन अधिकारियों की जिम्मेदारी है, जिनकी नाक के नीचे उनका अधीनस्थ कर्मचारी गलत काम कर रहा है. तो इतनी मोटी तनख्वाह पाने वाले ये अधिकारी क्या कर रहे थे. इनकी जिम्मेदारी क्यों नहीं बनती है. मंत्री रहते मेरे पास कई विभाग थे. मुझे अपना विधानसभा क्षेत्र भी देखना था. मगर इन अधिकारियों को क्या करना था.”
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स्मिता/एसजीके