बीजद पूर्व नेता और सांसद ने बताया, कैसे पीएम मोदी करते हैं विपक्ष के नेताओं की भी चिंता

नई दिल्ली, 3 मई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विपक्ष के नेता भी इस बात का बार-बार जिक्र करते रहे हैं कि वह कड़ी मेहनत करते हैं. राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से अलग विपक्ष के ज्यादातर नेता इस बात को मानते भी हैं और यह कहते भी रहे हैं कि वह प्रखर वक्ता होने के साथ हमेशा ऊर्जा से भरे हुए रहते हैं.

वहीं विपक्ष के नेताओं सहित कई लोग नरेंद्र मोदी को एक अभिभावक के तौर पर भी देखते हैं. इसको लेकर बीजू जनता दल के पूर्व नेता और सांसद, भर्तृहरि महताब ने स्वास्थ्य संकट के दौरान पीएम मोदी का एक मार्मिक विवरण साझा किया है. जिसमें वह बता रहे हैं कि संकट की घड़ी में पीएम मोदी कैसे उनके लिए चिंता कर रहे थे.

महताब कहते हैं, ”परिवार के एक बुजुर्ग की तरह उन्होंने हमें लापरवाह होने के लिए डांटा भी था.”

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि क्यों विपक्ष के सदस्य भी पीएम मोदी का बहुत सम्मान करते हैं. भर्तृहरि महताब कहते हैं कि दो साल पहले मैं स्ट्रोक से जूझ रहा था. मुझे दो दिनों से दवा दी जा रही थी. दवाई देने के दो दिन के बाद मैं बहुत ही असामान्य महसूस करने लगा. मुझे सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने लगी तो मैं दिल्ली स्थित आरएमएल अस्पताल चला गया. वहां मुझे स्टंट लगाया गया. ये सारी बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर और अन्य सभी को पता चल गई.

भर्तृहरि महताब ने आगे कहा कि लेकिन, फोन सबसे पहले पीएम मोदी का आया मेरे बेटे के पास. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने बताया कि जिस तरह दादा जी अपने बच्चे को निर्देश देते हैं, डांटते हैं उस हिसाब से पीएम मोदी ने भी मुझे डांट लगाई.

पीएम मोदी ने कहा कि तुम्हें पता कैसे नहीं चला कि यह सब हो रहा है, उन्हें तीन दिन से परेशानी हो रही थी. तुमने तीन दिन की देरी क्यों की अस्पताल जाने में.

भर्तृहरि महताब ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी का मेरे परिवार के प्रति लगाव था जो मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा.

उन्होंने आगे कहा कि जब मैं अपने बेटे से पूछता हूं कि पीएम मोदी ने तुम्हें क्या कहा तो वह हर बार यही कहता है कि शायद मेरे दादा जी भी मुझे इस तरह से डांट नहीं लगाते जिस तरह से हमारी गलती के लिए उन्होंने डांट लगाई. लेकिन, उस डांट में फिक्र ज्यादा थी, प्यार ज्यादा था, परवाह ज्यादा थी. ये डांट अच्छे के लिए थी.

भर्तृहरि महताब ने कहा कि पीएम मोदी की यह जो भागीदारी और फिक्र है, वह इसलिए है कि वह हमेशा मानते हैं कि हम उनके अपने हैं. उनका यह जो व्यवहार और आचरण है वह देशवासियों के लिए भी है.

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