खगड़िया, 16 अक्टूबर . बिहार चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा का सिलसिला जारी है. इसी बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से चार बार विधायक रह चुकीं पूनम यादव ने पार्टी से टिकट कटने के बाद मोर्चा खोल दिया. उन्होंने पूर्व Union Minister पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की सदस्यता ग्रहण करने का ऐलान किया और जल्द नामांकन दाखिल करने की घोषणा की.
पूनम यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए जदयू नेतृत्व से लेकर Chief Minister नीतीश कुमार तक पर धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “मैंने नीतीश कुमार को नहीं छोड़ा, नीतीश कुमार ने ही मेरा साथ छोड़ दिया. पार्टी ने मुझे टिकट न देकर विश्वासघात किया है. अब मैं चुनाव लडूंगी और जीतकर दिखाऊंगी कि जनता का साथ हमेशा मेरे साथ है.”
उन्होंने जदयू पर पिछली बार भी वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी ठोस कारण के उनका टिकट काटा गया, जबकि वे खगड़िया सदर सीट पर लगातार मजबूत पकड़ रखती रहीं. पूनम ने कहा कि रालोजपा में शामिल होकर वे दलित-यादव वोट बैंक को मजबूत करेंगी और एनडीए के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगी.
दरअसल, पूनम यादव खगड़िया के बाहुबली पूर्व विधायक रणवीर यादव की पहली पत्नी हैं. रणवीर ने दूसरी शादी अपनी साली कृष्णा यादव (पूनम की बहन) से की थी, जो पूनम के लिए Political रूप से फायदेमंद रही. चार बार खगड़िया सदर से जदयू के टिकट पर जीत हासिल करने वाली पूनम को रणवीर का मजबूत समर्थन मिलता रहा.
खगड़िया सदर विधानसभा सीट पर यादव, कोइरी और दलित वोटरों की अच्छी-खासी तादाद है. पूनम का रालोजपा में जाना पशुपति पारस की पार्टी को मजबूती दे सकता है, जो हाल ही में एनडीए से नाता तोड़ चुकी है. पारस ने Lok Sabha चुनाव में चिराग पासवान के साथ टकराव के बाद महागठबंधन की ओर रुख किया था.
बता दें कि बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होंगे. पहले चरण में 6 नवंबर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को वोटिंग है. वहीं, 14 नवंबर को मतगणना होगी.
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एससीएच