पूर्व आप विधायक आदर्श शास्त्री ने मालीवाल हमला मामले पर केजरीवाल की चुप्पी और पार्टी के रुख की आलोचना की (आईएएनएस साक्षात्कार)

नई दिल्ली, 24 मई . देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते और कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री से से खास बातचीत की. इस दौरान वह आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमलावर नजर आए.

उन्होंने इस बातचीत में दिल्ली में लोकसभा चुनाव में आप-कांग्रेस गठबंधन पर भी सवाल उठाए. इसके साथ ही उन्होंने स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में हुई मारपीट पर भी तंज कसा.

स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में हुई मारपीट पर आदर्श शास्त्री ने कहा, “यह बड़ा अफसोसजनक है कि वह पार्टी जो कि महिलाओं की सुरक्षा, महिलाओं के हितों की बात किया करती थी, आज इस स्तर पर गिर गई है कि उनके मुख्यमंत्री निवास के अंदर इस तरह की घटना हो रही है. यह बहुत ही शर्मनाक बात है. उसी पार्टी के कई ऐसे नेता हैं, जो इसे डिफेंड कर रहे हैं. बड़ा दुख होता है कि राजनीतिक स्तर कहां तक गिर गया है. किस तरह का राजनीतिक समझौता आम आदमी पार्टी के बाकी नेता और विधायक कर रहे हैं. वह ऐसे मामले में भी एक महिला का साथ देने के बजाय अरविंद केजरीवाल का साथ दे रहे हैं.”

बिभव कुमार को लेकर उन्होंने बताया, “मैं विधायक था तभी मेरी उनसे मुलाकात हुई. बिभव कुमार आंख और कान का काम करते थे, मैं समझता हूं गेटकीपर का काम करते थे. कौन मिलेगा, कौन नहीं मिलेगा, क्या बात करनी है, क्या नहीं करनी है, सब वही देखते थे. वह कई बार सीएम केजरीवाल की बातें, उनके मैसेज देने के लिए पोस्टमैन का काम करते थे. मैसेज पास करने का काम बिभव करते हैं, व्यक्तिगत रूप से मैं उनको नहीं जानता हूं.”

स्वाति के साथ जो कुछ भी हुआ है, उसके पीछे क्या सुनीता केजरीवाल हैं?

इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “यह तो मैं नहीं कह सकता हूं, मुझे ऐसा लगता है कि उस समय अरविंद केजरीवाल वहां घर पर थे तो जो भी हुआ होगा, इसकी जानकारी जरूर अरविंद केजरीवाल को होगी. उनके बाकी परिवार के सदस्य का इसमें क्या रोल है, उसके बारे में तो मैं नहीं कह सकता, मगर मुख्यमंत्री आवास में अगर कोई आ रहा है, मुख्यमंत्री घर में हैं तो ऐसा संभव नहीं है कि मुख्यमंत्री को पता नहीं हो कि उनके घर में कौन आ रहा है, कौन उनसे मिलना चाहता है.”

उन्होंने आगे कहा, “बहुत अफसोस है इस बात का मुझे और बड़ी तकलीफ होती है कि राजनीतिक फायदे के लिए अरविंद केजरीवाल ने निर्भया का नाम लिया. महिला सुरक्षा की बात कही और आज उन्हीं के घर में, उन्हीं के आवास में इस तरह की हरकत होती है. अरविंद केजरीवाल की सरकार में निर्भया फंड से मात्र 10-15 परसेंट फंड महिला सुरक्षा के लिए इस्तेमाल हुआ बाकी ऐसे ही पड़ा है. यह सब देखकर तकलीफ होती है.”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि महिलाओं के प्रति सम्मान नहीं है. मैं तो यही कहूंगा कि महिलाओं को सतर्क रहना चाहिए, अपना ध्यान रखना चाहिए और आगे किस तरह से राजनीति करें और किस तरह से आगे बढ़ें, उनको खुद अपना रास्ता तय करने की जरूरत है. अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी से जितने लोग जुड़े थे, उनके अलग होने का कारण अरविंद केजरीवाल का दो तरफा चेहरा है.”

जीकेटी/