लखनऊ, 20 अप्रैल . विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड की पहल पर 22 से 30 अप्रैल तक विशेष फैमिलियराइजेशन ट्रिप (फैम ट्रिप) का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख पर्यटन व्यवसायियों का प्रतिनिधिमंडल राज्य के दौरे पर आएगा.
उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है. घरेलू पर्यटन के मामले में देश में राज्य का पहला स्थान है. अब विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह ट्रिप विदेशी टूर ऑपरेटरों को प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों से परिचित कराने और उत्तर प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है. प्रतिनिधिमंडल चंबल सफारी से काशी तक की यात्रा में प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन करेंगे.
ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया की प्रमुख ट्रैवल कंपनियों के प्रतिनिधियों के दल 22 अप्रैल से राज्य के दौरे पर आ रहे हैं. वे सबसे पहले आगरा जाएंगे, जहां प्रतिनिधि बटेश्वर और चंबल सफारी का अनुभव लेंगे. इसके बाद कन्नौज पहुंचकर इत्र निर्माण पर आधारित विशेष वर्कशॉप में हिस्सा लेंगे. कन्नौज की विश्व प्रसिद्ध इत्र परंपरा और उसकी बारीकियों को जानने का मौका प्रतिनिधियों को मिलेगा.
ये दल दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व और कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य का भ्रमण करते हुए राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे, जहां वे ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ लखनऊ की मशहूर चिकनकारी देखेंगे और प्रसिद्ध व्यंजनों का स्वाद लेंगे.
लखनऊ के बाद प्रतिनिधियों को प्रयागराज की ‘फैम ट्रिप’ कराई जाएगी, जहां वे संगम तट, ऐतिहासिक स्थलों और प्रसिद्ध फार्म स्टे प्लांटर्स बंग्लो का दौरा करेंगे.
अंत में विदेशी प्रतिनिधि काशी पहुंचेंगे, जहां वे काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन, गंगा आरती, वाराणसी की सुबह, स्थानीय आर्ट एंड क्राफ्ट और पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ उठाएंगे. श्री सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म की असीमित संभावनाएं हैं, जिसे धरातल पर उतारा जा रहा है. ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड राज्य के नैसर्गिक सौंदर्य को वैश्विक फलक पर पहुंचाने के लिए प्रयत्नशील है. इसी क्रम में विभिन्न देशों की ‘फैम ट्रिप’ कराई जा रही है. इसमें पर्यटन व्यवसायियों के साथ ट्रैवल राइटर्स को भी शामिल किया गया है.
प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश के प्रमुख ईको टूरिज्म स्थलों का भ्रमण कर अपनी रिपोर्ट्स, लेखों एवं सोशल मीडिया पोस्ट्स के माध्यम से प्रदेश के प्राकृतिक आकर्षणों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाएंगे. यह पहल राज्य के पर्यटन उद्योग को नया आयाम देने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
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विकेटी/एकेजे