नई दिल्ली/कोलंबो, 3 अक्टूबर . विदेश मंत्री एस. जयशंकर शुक्रवार को द्वीप राष्ट्र की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान नव निर्वाचित श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके और देश की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या से शिष्टाचार भेंट करेंगे. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को कहा, “विदेश मंत्री (ईएएम) डॉ. एस जयशंकर 4 अक्टूबर को श्रीलंका की आधिकारिक यात्रा करेंगे और श्रीलंकाई नेतृत्व से मुलाकात करेंगे. भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ और ‘विजन सागर’ को ध्यान में रखते हुए, यह यात्रा आपसी लाभ के लिए दीर्घकालिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.”
श्रीलंका में नई सरकार के गठन के बाद जयशंकर की पड़ोसी मुल्क की यह पहली यात्रा होगी.
बता दें 23 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव में अपने गठबंधन की जीत के बाद अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका के नौवें कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी.
एक दिन बाद, नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) की सांसद हरिनी अमरसूर्या ने देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा और सिरीमावो भंडारनायके के बाद यह पद संभालने वाली वह तीसरी महिला हैं.
श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “इस यात्रा के दौरान, भारत के विदेश मंत्री राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके और प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या से शिष्टाचार भेंट करेंगे. भारतीय विदेश मंत्री और उनका प्रतिनिधिमंडल विदेश मंत्री विजिता हेराथ के साथ भी बैठक करेगा. मंत्री जयशंकर के साथ भारतीय विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर दिसानायके को बधाई देने वाले पहले विदेशी नेताओं में शामिल थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनावों में आपकी जीत पर अनुरा दिसानायके को बधाई. भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ और विजन ‘सागर’ में श्रीलंका का विशेष स्थान है. मैं अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए हमारे बहुमुखी सहयोग को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.”
प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए दिसानायके ने पोस्ट किया, “पीएम मोदी, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद. मैं हमारे देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करने की आपकी प्रतिबद्धता को साझा करता हूं. साथ मिलकर, हम अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम कर सकते हैं.”
श्रीलंका के 2022 के आर्थिक संकट के दौरान भारत के निर्णायक राजनीतिक और आर्थिक समर्थन ने दोनों देशों के रिश्तों को बेहद मजबूती दी. सख्त जरूरत के समय में, भारत ने अपने पड़ोसी के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाते हुए, 4.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की नकदी और संसाधनों से मदद की.
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एमके/