कोपेनहेगन, 21 मई विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोपेनहेगन में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन से मुलाकात की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं और भारत-डेनमार्क के बीच ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और गहरा करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.
जयशंकर ने एक्स पर लिखा, “कोपेनहेगन में मेरा गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए पीएम मेटे फ्रेडरिक्सन को धन्यवाद. मैंने पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं. आतंकवाद से लड़ने में डेनमार्क के समर्थन और एकजुटता के लिए आभार. हमारी ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को आगे बढ़ाने और सहयोग को और विस्तार देने के लिए पीएम फ्रेडरिकसन के मार्गदर्शन की सराहना करता हूं.”
यह मुलाकात मंगलवार शाम को हुई. इस साल के अंत में नॉर्वे में तीसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन से पहले की मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण रही. इस शिखर सम्मेलन में पहले पीएम मोदी के शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन शेड्यूल में बदलाव के कारण जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करने आए हैं.
बैठक के दौरान जयशंकर और फ्रेडरिकसन ने आतंकवाद विरोधी सहयोग सहित आपसी चिंता के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की.
डेनमार्क ने वैश्विक आतंकवाद पर भारत के रुख का लगातार समर्थन किया है, जो हाल के दक्षिण एशियाई सुरक्षा घटनाक्रमों के बाद और भी महत्वपूर्ण हो गया है.
भारत और डेनमार्क के बीच 2020 में शुरू हुई एक अनूठी कूटनीतिक व्यवस्था, ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप है, जो भारत की वैश्विक स्तर पर एकमात्र साझेदारी है.
यह दोनों देशों के बीच संबंधों का आधार बन चुकी है, जिसमें सतत विकास, नवीकरणीय ऊर्जा, जल प्रबंधन और जलवायु कार्रवाई पर ध्यान दिया जाता है.
इस साल अप्रैल में, पीएम मोदी ने पीएम फ्रेडरिकसन के साथ फोन पर बात की थी, जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के बढ़ते दायरे पर जोर दिया था.
पीएम मोदी ने बातचीत के बाद एक्स पर लिखा, “आज पीएम मेटे फ्रेडरिकसन से बात करके खुशी हुई. हमने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के लिए अपने मजबूत समर्थन की पुष्टि की और लोगों के लाभ के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया.”
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एफएम/केआर