इस्लामाबाद, 18 अप्रैल . पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार शनिवार को उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ काबुल की एक दिवसीय यात्रा करेंगे. यह यात्रा तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों की ओर से किए जा रहे आपसी प्रयासों का हिस्सा है.
पाकिस्तान से अफगान नागरिकों के जबरन निर्वासन और सुरक्षा मुद्दों को लेकर काबुल-इस्लामाबाद के बीच संबंध तनावपूर्ण चल रहे हैं.
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अफगान तालिबान के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करेगा. इसकी अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद, अफगानिस्तान के आर्थिक मामलों के उप प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी होगी.
पाकिस्तान विदेश कार्यालय (पीएफओ) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “बातचीत में पाक-अफगान संबंधों के संपूर्ण आयाम को शामिल किया जाएगा, सुरक्षा, व्यापार, संपर्क, लोगों के बीच संबंधों सहित आपसी हितों के सभी क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के तरीकों और साधनों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.”
अफगानिस्तान की अपनी यात्रा से पहले, डार ने शुक्रवार दोपहर अपने कार्यालय में एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी बैठक की अध्यक्षता की. इसमें अफगानिस्तान के लिए विशेष प्रतिनिधि राजदूत सादिक खान, एसएपीएम तारिक बाजवा, वाणिज्य, रेलवे, आंतरिक मामलों के संघीय सचिव, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
बयान में कहा गया, “उप-प्रधानमंत्री की यात्रा, अफगानिस्तान के साथ सतत संबंध बढ़ाने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है.”
यह यात्रा अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि सादिक खान, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के बाद हो रही है. इस प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त समन्वय समिति (जेसीसी) की बैठक में भाग लेने के लिए काबुल का एक दिवसीय दौरा किया था.
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