मुंबई, 29 मई . भारतीय शेयर बाजार के लिए मई का महीना काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. बाजार ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है, लेकिन विदेशी निवेशकों ने स्टॉक मार्केट में जमकर बिकवाली की है.
भारतीय बाजार से मई में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) करीब 2.89 अरब डॉलर (24,082 करोड़ रुपये) निकाल चुके हैं. यह एशिया में विदेशी निवेशकों द्वारा निकाली गई सबसे बड़ी राशि है. वहीं, जनवरी 2024 के बाद सबसे बड़ा एफआईआई आउटफ्लो है.
मई में अब तक सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश: 0.9 प्रतिशत और 1.25 प्रतिशत का रिटर्न दे चुके हैं. इस दौरान एशिया के अन्य बाजार जैसे हांगकांग ने 5.8 प्रतिशत, जापान ने 1.2 प्रतिशत, कोरिया ने 1.1 प्रतिशत, ताइवान ने 1 प्रतिशत और जकार्ता ने 0.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. हालांकि, इस दौरान शंघाई के बाजार ने 2 प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है.
भारत के अलावा एफआईआई की ओर से इंडोनेशिया में 700 मिलियन डॉलर, वियतनाम से 415 मिलियन डॉलर, थाईलैंड से 210 मिलियन डॉलर और फिलीपींस से 58 मिलियन डॉलर की राशि निकाली गई है.
एफआईआई की ओर से जापान में 7.59 अरब डॉलर, ताइवान में 6.26 अरब डॉलर, दक्षिण कोरिया में 1.44 अरब डॉलर और मलेशिया में 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया गया है.
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स की यूएई बिजनेस एंड स्ट्रेटेजी की प्रमुख तनवी कंचन ने कहा, “भारत में विदेशी निवेशकों की बिक्री के मुकाबले 24 मई तक घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा 40,986 करोड़ का निवेश किया गया है. बड़ी बिकवाली के बाद एफआईआई की ओर से भी पिछले हफ्ते 6,195 करोड़ की खरीदारी की गई है.”
उन्होंने आगे कहा, “भारत में विदेशी निवेशकों द्वारा बड़ी बिकवाली की वजह हांगकांग के बाजारों में तेजी होना है. एफआईआई भारत के महंगे बाजार से पैसा निकालकर सस्ते हांगकांग के बाजार में निवेश कर रही है.”
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एबीएस/एबीएम