मुंबई, 19 सितंबर . अभिनेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उनके लिए ‘मां के हाथ का खाना’ सबसे बड़ी पूजा है.
इस साल दुर्गा पूजा मनाने की अपनी योजना के बारे में बात करते हुए अभिषेक ने को बताया, “मुझे नहीं पता, शायद मैं अपने माता-पिता को मुंबई बुला लूं. अगर वे आते हैं, तो मैं अपनी मां के हाथ का बना खाना खाऊंगा. मेरी मां के हाथ का बना खाना मेरे लिए सबसे बड़ी पूजा है.”
यह पूछे जाने पर कि सिनेमा उनके लिए क्या मायने रखता है, उन्होंने कहा कि यह उनका “प्यार” है.
उन्होंने कहा, “सिनेमा मेरी जिंदगी है. जब भी कोई मुझसे पूछता है कि सिनेमा क्या है, तो मैं कहता हूं कि सिनेमा मेरा प्यार है. जैसे आप वेलेंटाइन डे को प्यार से मनाते हैं. मुझे लगता है कि मैं हर दिन सिनेमा का जश्न मनाता हूं. मेरे लिए घर आने का मतलब है कि टीवी पर कोई फिल्म या शो देखता हूंं.”
“मैं कोई भी ऐसी कहानी सुनता या पढ़ता हूं, जो मुझे खुश करती है, इसके साथ ही मैं अपना ध्यान जीवन की कठिनाइयों से हटाता हूं.”
थिएटर से अपना करियर शुरू करने वाले अभिषेक ने अब तक पर्दे पर कई किरदार निभाए हैं. उन्होंने स्क्रीन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के किरदार निभाकर अपनी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया है.
उन्होंने कहा कि अभिनय उनके लिए एक खेल की तरह है. हम खिलाड़ी हैं. जैसे खिलाड़ी अलग-अलग खेलों में जाते हैं और खेलते हैं. उसी तरह, मैं अभिनय की अलग-अलग विधाओं में जाता हूं और वापस आता हूं. मैं कई सालों से प्रशिक्षण ले रहा हूं. मैंने बहुत कुछ सीखा है. इसलिए, मैं कभी भी इस बात का श्रेय नहीं लेता कि मैं अलग-अलग किरदार कैसे निभा सकता हूं. यह मेरा काम है. मुझे अलग-अलग किरदार निभाने में बहुत मजा आता है.”
अभिषेक को पिछली बार स्क्रीन पर निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी एक्शन ड्रामा फिल्म “वेदा” में देखा गया था. इस फिल्म में जॉन अब्राहम, शर्वरी और आशीष विद्यार्थी भी हैं. यह फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है.
अभिनेता को “स्त्री 2” में भी देखा गया था, जो 2018 में रिलीज हुई “स्त्री” का अगला पार्ट है.
“स्त्री 2” में राजकुमार राव, श्रद्धा कपूर, पंकज त्रिपाठी और अपारशक्ति खुराना भी हैं.
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एमकेएस/एबीएम