तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी आलोक राज को मिला बिहार के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार

पटना, 30 अगस्त . भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के अधिकारी आलोक राज को बिहार के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. वह फिलहाल राज्य के विजिलेंस इंटेलिजेंस ब्यूरो के महानिदेशक के अपने मौजूदा दायित्वों के अलावा अगले आदेश तक पुलिस महानिदेशक का भी प्रभार संभालेंगे.

बिहार सरकार के गृह विभाग ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी की.

बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक आर.एस. भट्टी को केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक को जिम्मेदारी दी है.उनके बिहार छोड़कर जाने के बाद बिहार के पुलिस महानिदेशक का पद रिक्त हो गया था.

इससे पहले इस पद की रेस में कई और नामों की चर्चा थी. हालांकि अब आलोक राज के नाम मुहर लग गई. आलोक राज केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में सीआरपीएफ में अहम पदों पर रह चुके हैं. इसके अलावा भी वह कई महत्वपूर्ण पदों पर भी तैनात रहे हैं. उन्होंने बेहतर पुलिसिंग में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है, जो उनकी प्रतिभा और क्षमता को दर्शाती है. आलोक राज को डीजीपी का पूर्णकालिक पद नहीं सौंपा गया है, वह फिलहाल प्रभार में रहेंगे.

नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के चयन की प्रक्रिया में आलोक राज, शोभा ओहटकर, विनय कुमार सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल थे, लेकिन शुक्रवार को आलोक राज को इस पद पर नियुक्त किया गया.

दरअसल, केंद्र सरकार ने बुधवार को बिहार के डीजीपी आईपीएस राजविंदर सिंह भट्टी को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया था. वह 30 सितंबर 2025 या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे.

राजविंदर सिंह भट्टी 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, दिसंबर 2022 में वह बिहार के डीजीपी बने थे. यह पहली बार हुआ है कि किसी राज्य के डीजीपी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है. उन्हें 19 दिसंबर 2022 को एस.के. सिंघल के सेवानिवृत्त होने के बाद बिहार का नया डीजीपी नियुक्त किया गया था. राज्य में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे भट्टी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अपने पहले कार्यकाल के दौरान सीबीआई के संयुक्त निदेशक के पद पर तैनात किए गए थे.

एमएनपी/पीएसके/एकेजे