रांची, 9 मार्च . झारखंड के खूंटी जिले की पुलिस ने रविवार को प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के पांच हार्डकोर नक्सलियों को रोन्हे जंगल से गिरफ्तार किया. उनके पास से एक कार्बाइन और कारतूस सहित कई सामान जब्त किए गए हैं. बताया जा रहा है कि वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे.
खूंटी के एएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में रांची के इटकी थाना क्षेत्र के तरगढ़ी गांव निवासी पवन कुमार उर्फ पवन महतो और करमा बारला, रामगढ़ जिला निवासी सेंटू सिंह, अभय कुमार सिंह उर्फ अमन सिंह और दीपक मुंडा शामिल हैं.
खूंटी जिले के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को रोन्हे जंगल में पीएलएफआई नक्सलियों के इकट्ठा होने की सूचना मिली थी. कार्रवाई के लिए उन्होंने एएसपी केरकेट्टा के नेतृत्व में एक टीम गठित की, जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक दीपक कांत और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.
टीम ने जंगल को चारों ओर से घेराबंदी कर पांच नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया. प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि वे लोग ठेकेदारों और व्यवसायियों से लेवी (रंगदारी) वसूलने के लिए फायरिंग की योजना बना रहे थे. उनके पास से हथियार के अलावा चार मोटरसाइकिलें, पांच मोबाइल, पीएलएफआई के पर्चे और बैग भी बरामद हुए हैं.
गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में पवन कुमार उर्फ पवन महतो, सेंटू सिंह और दीपक मुंडा के खिलाफ पहले से कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज रहे हैं. इसी प्रतिबंधित संगठन के दो नक्सली गत 2 मार्च को पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र में आपसी संघर्ष में मारे गए थे.
पीएलएफआई झारखंड के साथ-साथ बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों, व्यापारियों आदि से जबरन वसूली और टेरर फंडिंग के लिए कुख्यात रहा है.
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एसएनसी/एकेजे