गढ़वा, 10 मार्च . झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत गोदारमाना बाजार में सोमवार दिन में करीब 11.30 बजे एक पटाखा दुकान में भीषण आग लग गई. इस हादसे में दो बच्चों और एक महिला सहित पांच लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दुकान संचालक कुश कुमार गुप्ता, अजित कुमार केसरी, सुशीला केरकेट्टा, आयुष कुमार केसरी और पीयूष कुमार केसरी शामिल हैं.
बताया गया कि कुश कुमार गुप्ता बाजार में किराना और पटाखे की दुकान चलाते थे. इस दुकान के पीछे दो गोदाम भी हैं. अचानक पटाखे में आग लगी तो दुकान का शटर बंद हो गया और वहां मौजूद लोगों को भागने का मौका नहीं मिला.
विस्फोट की आवाज सुनकर लोग दौड़े. बाल्टियों और टैंकरों से पानी फेंकने से किसी तरह आग की लपटें कम हुईं तो लोगों ने दीवार काटकर दुकान के अंदर मौजूद लोगों को बाहर निकाला. उन सभी की मौत दम घुटने से हो गई थी. हालांकि, सभी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
बताया गया कि हादसे में जिन दो बच्चों आयुष और पीयूष की मौत हुई है, वे सगे भाई थे. दोनों दुकान में पटाखा खरीदने गए थे. एक अन्य व्यक्ति भंडरिया प्रखंड के नौका गांव निवासी अजीत कुमार केसरी भी कोई सामान खरीदने वहां पहुंचे थे. इनके अलावा सुशीला केरकेट्टा नामक महिला दुकान में काम करती थी. वह रंका प्रखंड के बरवाही गांव की रहने वाली थी.
घटना की सूचना के बाद गढ़वा जिला मुख्यालय से जब तक दमकल पहुंचा, तब तक दुकान में सब कुछ जलकर राख हो गया था. दुकान के सामने खड़ी एक बाइक भी जलकर नष्ट हो गई. रंका थाने की पुलिस के अलावा जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे.
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया. राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के गोदरमाना में पटाखा दुकान में आग लगने की घटना हृदयविदारक है. इसमें कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “गढ़वा जिले के रंका प्रखंड में पटाखा दुकान में आग लगने से 5 लोगों की मृत्यु की दुःखद खबर मिली है. मरांग बुरु दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें. जिला प्रशासन द्वारा मामले की जांच की जा रही है.”
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एसएनसी/एबीएम