राजकोट गेम जोन में आग : लापता लोगों की तलाश जारी, रिश्तेदार चिंतित

राजकोट, 27 मई . यहां टीआरपी गेम जोन में भीषण आग लगने से बच्चों सहित कम से कम 35 लोगों की मौत हो जाने के एक दिन बाद रविवार को भी लापता लोगों की तलाश जारी रही.

लापता और मृतकों में से जिन लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है या उनकी पहचान नहीं हो पाई है, उनके रिश्तेदार त्रासदी स्थल पर उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि बचावकर्मियों का खोज अभियान लगातार जारी है.

इस बीच, राजकोट सिविल अस्पताल में भी कई शव पड़े हुए हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है.

राजकोट निवासी दिलीपभाई मोडासिया ने कहा, “बचाव कर्मी लगातार जले हुए शवों को बाहर ला रहे थे, लेकिन मेरे रिश्तेदारों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी. पांच लापता रिश्तेदारों में खुशाली दुसारा, विवेकभाई दुसारा, ईशा मोडासिया, स्माइली और हिमांशु परमार हैं.”

शहर की एक अन्य निवासी देवीकाबा जाडेजा ने कहा कि उनके पिता वीरेंद्रसिंह जाडेजा लापता हैं.

आग लगने पर वीरेंद्रसिंह जडेजा अपने बेटे और तीन अन्य रिश्तेदारों को बचाने के लिए गेम जोन की ऊपरी मंजिल पर पहुंचे, लेकिन उसके बाद से वह लापता हैं.

देवीकाबा ने कहा, “अधिकारी फिलहाल उन्‍हें ‘लापता’ बता रहे हैं और हम उनकी पहचान की पुष्टि के लिए डीएनए परीक्षण के नतीजों का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं.”

अधिकारियों ने गेमिंग जोन में एक मरम्मत स्थल से अत्यधिक ज्वलनशील यौगिक एथिल एसीटेट के पांच ड्रम बरामद किए हैं.

इसके अलावा मनोरंजन पार्क प्रशासकों के कार्यालय से भी शराब जब्त की गई.

घटनास्थल पर एनडीआरएफ की एक टीम तैयार है.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इससे पहले रविवार को मौके पर जाकर आकलन किया.

मुख्यमंत्री ने घायलों का हालचाल लेने के लिए राजकोट एम्स और अन्य अस्पतालों का भी दौरा किया और घायलों और उनके परिवारों से बातचीत की.

उन्होंने अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से भी मुलाकात की, संवेदना व्यक्त की और उन्हें पूर्ण सहयोग का आश्‍वासन दिया.

इस बीच, राजकोट मर्चेंट्स एसोसिएशन ने घोषणा की है कि शहर के सभी बाजार 27 मई को दोपहर 1 बजे तक बंद रहेंगे.

एसजीके/