गौतमबुद्ध नगर में 24 घंटे के भीतर लगी 26 जगहों पर आग, कई बड़ी घटनाओं में बची जान

नोएडा, 21 अक्टूबर . दीपावली पर्व के दौरान जनपद गौतमबुद्ध नगर में पिछले 24 घंटों के भीतर आग लगने की 26 घटनाएं दर्ज की गईं. इन घटनाओं में घरों, फ्लैटों, दुकानों, फैक्ट्रियों, वाहनों और झोपड़ियों में आग लगने के मामले प्रमुख रहे.

Police कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन और मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार के नेतृत्व में फायर सर्विस की टीमों ने सभी स्थानों पर त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई करते हुए आग पर नियंत्रण पाया और बड़ी दुर्घटनाओं को टाल दिया. फायर स्टेशन फेज-1, फेज-2, फेज-3, ईकोटेक-1, ईकोटेक-3, ग्रेटर नोएडा, नॉलेज पार्क, गौर सिटी यूनिट एवं सेक्टर-58 की टीमें लगातार चौकसी में रहीं और हर कॉल पर तत्परता के साथ पहुंचकर जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की.

इन 26 घटनाओं में कई मामले विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे, जिनमें पहली घटना नोएडा के सेक्टर-51 स्थित केंद्रीय विहार फ्लैट बी-38 में आग लगने की रही. सूचना पर तीन फायर यूनिट मौके पर पहुंचीं. फ्लैट के भीतर धुआं भरा हुआ था और एक 50 वर्षीय महिला के फंसे होने की जानकारी मिली थी. स्थानीय लोगों की मदद से महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया, वहीं फायरकर्मियों ने बी.ए. सेट पहनकर गैस सिलेंडर को बाहर निकालते हुए आग को पूरी तरह बुझाया.

दूसरी घटना ग्रेटर नोएडा के साइट-5, कासना स्थित गत्ता फैक्ट्री में हुई. फायर स्टेशन ईकोटेक-1 और ग्रेटर नोएडा की यूनिटों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आग को अन्य हिस्सों तक फैलने से रोका. तीसरी बड़ी घटना साइट-4, कासना स्थित सेनेटरी शोरूम परिसर में घटी. इस आग को बुझाने में करीब छह घंटे की मशक्कत लगी. चार फायर यूनिटों ने मिलकर आग को आसपास के भवनों तक फैलने से रोका.

चौथी घटना नोएडा सेक्टर-76 स्थित आदित्य सेलिब्रिटी होम्स और सेक्टर-74 की अजनारा हेरिटेज सोसायटी में फ्लैट बालकनियों में हुई. फायरकर्मियों ने तेजी से पहुंचकर आग को फैलने से रोकते हुए दोनों सोसायटियों को सुरक्षित रखा.

पांचवीं घटना नोएडा सेक्टर-6 स्थित ई-18 फैक्ट्री में घटी, जहां तीन फायर यूनिटों ने मौके पर पहुंचकर आग को नियंत्रित कर लिया और फैक्ट्री के अन्य हिस्सों को बचाया. दीपावली के मद्देनजर कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर में पहले से ही विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर फायर टेंडरों की तैनाती की गई थी. इसी सक्रिय व्यवस्था और त्वरित प्रतिक्रिया के कारण किसी भी स्थान पर बड़ी जनहानि नहीं हुई.

पीकेटी/डीकेपी