मुंबई में कारोबारी के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचा फ्लैट, आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज

Mumbai , 12 नवंबर . Mumbai में एक बड़ा रियल एस्टेट घोटाला सामने आया है, जिसमें गिरगांव निवासी स्टील ट्रेडिंग व्यवसायी अल्पेश नरपतचंद जैन (44) के नाम पर अज्ञात व्यक्तियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके फ्लैट की बिक्री कर दी, जिसके बाद कुल आठ लोगों के खिलाफ First Information Report दर्ज की गई है.

मिली जानकारी के अनुसार उसके बाद उसी फ्लैट को बैंक में गिरवी रखकर 11.35 करोड़ रुपए का कर्ज भी ले लिया था. मामले की शिकायत पर बांद्रा Police ने First Information Report दर्ज कर जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दी है.

ईओडब्ल्यू के अनुसार, अल्पेश जैन वर्ष 2016 से गिरगांव में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं. मई 2023 में उन्होंने बांद्रा पश्चिम स्थित ‘आयकॉनीक टॉवर’ में 6.25 करोड़ रुपए में एक फ्लैट खरीदा था. वे सोसायटी के सचिव भी हैं. सोसायटी द्वारा सभी फ्लैट्स के दस्तावेजों की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि उनके फ्लैट का एक फर्जी विक्रय दस्त (सेल डीड) किसी और व्यक्ति के नाम पर 13 दिसंबर 2024 को पंजीकृत किया गया है.

फर्जी दस्तावेज में ठगों ने खुद को अल्पेश जैन बताते हुए फ्लैट संदीप बाबूलाल गडा को बेच दिया था. जांच में यह भी सामने आया कि इस धोखाधड़ी के लिए फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी का इस्तेमाल किया गया, जिसे 11 दिसंबर 2024 को सह उपनिबंधक कार्यालय में दर्ज कराया गया था. इसमें राहुल कुमार माहेरिया को पावर ऑफ अटॉर्नी धारक दिखाया गया. रजिस्ट्रेशन की तारीख पर असली अल्पेश जैन विदेश (इंडोनेशिया) में थे, जिससे साबित होता है कि पूरी प्रक्रिया जाली कागजों से की गई.

संदीप गडा, जो एमएस वन एक्सट्रूशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं, ने यह फ्लैट उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, नवी Mumbai में गिरवी रखकर 11.35 करोड़ रुपए का कर्ज प्राप्त किया. इस ऋण में नैना संदीप गडा और जयनाम चेतन चावडा व्यक्तिगत जमानतदार बताए गए हैं.

दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि अल्पेश जैन का नाम, पैन और आधार नंबर तो सही हैं, परंतु फोटो और हस्ताक्षर फर्जी हैं. ठगों ने असली दस्तावेजों की हूबहू नकली प्रतियां बनाकर यह ठगी की.

पीड़ित जैन ने फर्जी अल्पेश जैन, राहुल कुमार माहेरिया, संदीप गडा, नैना गडा और जयनाम चावडा समेत कुल आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.

एसएके/डीकेपी