गांदरबल में एमसीसी के उल्लंघन के लिए एनसी सदस्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज

श्रीनगर, 7 सितंबर . जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के एक सदस्य के खिलाफ आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया.

पूर्व सरपंच और एनसी सदस्य मोहम्मद अशरफ गनी ने गांदरबल जिले के काचन गांव में आगामी विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अपने भाषण में कथित तौर पर ‘हत्या’ शब्द का इस्तेमाल किया था. कथित तौर पर अशरफ ने उन लोगों के बारे में बोलते हुए इस शब्द का इस्तेमाल किया जो एनसी ध्वज का सम्मान नहीं करते हैं.

गांदरबल विधानसभा क्षेत्र से एनसी ने पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को चुनावी मैदान में उतारा है.

अशरफ गांदरबल के पीरपोरा गांव का रहने वाला है, जो कचन से बमुश्किल 3 किमी दूर है. जहां, उसने कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया गया था.

रिपोर्टों में कहा गया है कि अशरफ की टिप्पणियों से क्षेत्र में अशांति फैल गई, जिसे एमसीसी के नोडल अधिकारी ने उल्लंघन को गंभीरता से लिया और अशरफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान किया. एक अधिकारी ने कहा कि कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए मामले की समीक्षा कर रहे हैं.

इस बीच, एनसी के प्रांतीय सचिव शौकत अहमद मीर ने अशरफ की टिप्पणी को ‘जुबान की फिसलन’ बताया. मीर ने कहा कि बयान के पीछे कोई दुर्भावनापूर्ण इरादा नहीं था, क्योंकि उन्होंने अधिकारियों से मामले को सावधानी से संभालने का आग्रह किया था, यह सुझाव देते हुए कि एफआईआर आवश्यक नहीं थी.

गांदरबल में उमर अब्दुल्ला के अलावा 23 अन्य उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें पीडीपी के बशीर अहमद मीर, इशफाक जब्बार (निर्दलीय), कांग्रेस के साहिल फारूक और सर्जन अहमद वागे उर्फ ​​आजादी चाचा शामिल हैं, जिन्होंने जेल से अपना नामांकन दाखिल किया है. कागजात की जांच के दौरान सार्जन अहमद सहित सभी 24 नामांकन वैध पाए गए.

जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच हुए समझौते के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस 52 सीटों पर और कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि घाटी में सीपीआई-एम और जम्मू संभाग में पैंथर्स पार्टी के लिए दो सीटें छोड़ी गई हैं.

दोनों गठबंधन सहयोगी घाटी में सोपोर और जम्मू संभाग में नगरोटा, डोडा, भद्रवाह और बनिहाल की पांच सीटों पर आम सहमति नहीं बना सके.

दोनों पार्टियां इन पांच निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेंगी और इसे ‘दोस्ताना मुकाबला’ कहेंगी.

एसएचके/जीकेटी