रांची, 17 जून . Jharkhand के चाईबासा में 12 अप्रैल, 2025 को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आकर शहीद हुए स्पेशल टास्क फोर्स “Jharkhand जगुआर” के जवान सुनील धान के परिजनों को 2 करोड़ 66 लाख 26 हजार 972 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है.
Chief Minister हेमंत सोरेन ने Tuesday को अपने आवासीय कार्यालय में शहीद जवान के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सम्मान एवं सहायता राशि प्रदान करते हुए राज्य की जनता की ओर से कृतज्ञता व्यक्त की.
Governmentी प्रावधान के अनुसार शहीद के परिजनों को जहां “स्टेट बैंक ऑफ इंडिया Police सैलरी पैकेज” के अंतर्गत 1 करोड़ 20 लाख रुपए का चेक सौंपा गया, वहीं गृह विभाग की ओर से 1 करोड़ 46 लाख 26 हजार 972 रुपए की राशि उनके बैंक अकाउंट में क्रेडिट की गई.
Chief Minister ने कहा कि आरक्षी सुनील धान ने राज्यवासियों की सेवा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. हम पूरे राज्य की ओर से उनकी शहादत को नमन करते हैं. Chief Minister ने कहा कि हमारी Government एक शहीद परिवार की पीड़ा को गहराई से समझती है. उन्होंने शहीद के परिजनों को हौसला देते हुए कहा कि राज्य Government हमेशा उनके साथ खड़ी है.
शहीद आरक्षी सुनील धान की 65 वर्षीय माता फगनी उराइन और 29 वर्षीय पत्नी गंदरी धान ने Chief Minister को अपनी पारिवारिक स्थिति से अवगत कराया. इस दौरान शहीद जवान के दो पुत्र प्रियांश धान (5) और अनिकेत धान (3) भी उनके साथ थे.
Chief Minister ने परिजनों से कहा कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें. उन्होंने शहीद आरक्षी की पत्नी से कहा कि राज्य Government के प्रावधान के तहत आप चाहें तो अनुकंपा पर Governmentी नौकरी कर सकती हैं.
Chief Minister ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहीद के परिजनों को पेंशन सहित अन्य लाभ से जोड़ें.
बता दें कि पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिला अंतर्गत छोटानागरा थाना क्षेत्र के रातामाटी गांव में सुरक्षा बलों की टीम जब नक्सलियों के विरुद्ध विशेष छापामारी अभियान में निकली थी, तो आईईडी की चपेट में आकर सुनील धान गंभीर रूप से जख्मी हो गए. उन्हें एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने आखिरी सांस ली थी.
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एसएनसी/एबीएम