बनगांव, 13 अप्रैल . पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत बनगांव बटार मोड़ इलाके में रविवार तड़के तीन बजे लगी भीषण आग से नौ दुकानें जलकर खाक हो गईं.
आग की सूचना मिलते ही बनगांव अग्निशमन विभाग की दो दमकल गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग की भयावहता के कारण स्थिति पर काबू पाना मुश्किल हो गया.
दमकल कर्मियों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. हावड़ा और गोबरडांगा अग्निशमन विभागों को भी सूचना दी गई, जिसके बाद वहां से अतिरिक्त दमकल कर्मी और गाड़ियां मौके पर पहुंचीं.
जानकारी के अनुसार, आग रविवार सुबह करीब तीन बजे लगी और देखते ही चंद मिनटों में ही इसने विकराल रूप ले लिया. आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के इलाकों में भी दहशत फैल गई. स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया. सुबह छह बजे तक भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका था. आग की चपेट में आई दुकानों में मुख्य रूप से बैग, कॉस्मेटिक और जूते की दुकानें शामिल थीं, जो पूरी तरह जलकर खाक हो गईं. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन दुकान मालिकों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है.
बनगांव अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसे नियंत्रित करने में समय लगा. हमने हावड़ा और गोबरडांगा से अतिरिक्त सहायता मांगी, जिसके बाद स्थिति पर धीरे-धीरे काबू पाया गया.”
आग बुझाने के बाद नगर निगम के सफाई और बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को सामान्य करने में जुट गए. बिजली विभाग ने इलाके की बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी ताकि कोई और हादसा न हो. प्रशासन ने प्रभावित दुकानदारों को सहायता का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस योजना सामने नहीं आई है. आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है.
बनगांव पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मुआवजे और पुनर्वास की मांग की है. इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर भी सवाल खड़े किए हैं. बनगांव बटार मोड़ का यह इलाका व्यस्त व्यावसायिक केंद्र है, और यहां अग्नि सुरक्षा के अपर्याप्त इंतजामों की कमी लंबे समय से चर्चा का विषय रही है.
प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है. आग पर अब पूरी तरह काबू पा लिया गया है, लेकिन प्रभावित दुकानदारों के सामने अब आजीविका का संकट खड़ा हो गया है.
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एकेएस/केआर