नई दिल्ली, 10 फरवरी . डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) स्टार्टअप ब्लिसक्लब ने लागत में कटौती के लिए अपने करीब 21 कर्मचारियों (18 प्रतिशत) को नौकरी से निकाल दिया.
हालांकि, प्रमुख स्टार्टअप समाचार पोर्टल इंक42 के अनुसार, फैशन परिधान स्टार्टअप में प्रभावित कर्मचारियों की संख्या 30 तक हो सकती है.
रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि छंटनी के पीछे प्राथमिक कारण उच्च नकदी संकट के बीच स्टार्टअप की नई पूंजी जुटाने में असमर्थता थी.
बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप के संस्थापक और सीईओ मीनू मार्गरेट ने कथित तौर पर पिछले महीने एक टाउन-हॉल के दौरान पुनर्गठन अभ्यास के हिस्से के रूप में 21 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के फैसले के बारे में कर्मचारियों को सूचित किया था.
स्टार्टअप ने आखिरी बार अपने सीरीज ए फंडिंग राउंड में आठ रोड वेंचर्स और एलिवेशन कैपिटल से 15 मिलियन डॉलर जुटाए थे.
एक्टिववियर ब्रांड का परिचालन वित्त वर्ष 2023 में चार गुना से अधिक बढ़कर 68 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. नियामक फाइलिंग के अनुसार, स्टार्टअप ने 36 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में चार गुना अधिक है.
वित्त वर्ष 2022 में, स्टार्टअप ने परिचालन राजस्व में 15 करोड़ रुपये दर्ज किए थे, जबकि 9 करोड़ रुपये का घाटा उठाया था.
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एफजेड/एबीएम