किसानों का विरोध प्रदर्शन : टिकरी के बाद अब सिंघू बॉर्डर पूरी तरह सील, ट्रैफिक डायवर्ट

नई दिल्ली, 13 फरवरी . टिकरी के बाद दिल्ली पुलिस ने मंगलवार शाम को बैरिकेड्स और अर्धसैनिक बलों सहित बलों की भारी तैनाती के साथ सिंघू बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया.

यह कदम मंगलवार को हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा और हरियाणा के जींद जिले में पुलिस के साथ किसानों की झड़प की खबरों के बीच आया है, जिसमें लगभग 13 लोग घायल हो गए.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “सिंघू बॉर्डर पहुंच योग्य नहीं है और मुकरबा चौक पर ट्रैफिक डायवर्जन है. इसलिए, मुकरबा चौक पर हरियाणा जाने के इच्छुक वाहन लोनी बॉर्डर की ओर या मधुबन चौक से रिंग रोड की ओर जा सकते हैं.”

मंगलवार की सुबह किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू हुआ, जिस कारण हरियाणा और उत्तर प्रदेश के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम देखा गया, क्योंकि दंगा-रोधी उपकरणों से लैस पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने बैरिकेड्स, कंक्रीट ब्लॉक, लोहे की कीलें और कंटेनरों की दीवारों की कई परतें लगा दी थीं.

पुलिस ने मंगलवार की सुबह टिकरी और सिंघू सीमाओं पर सड़क के दोनों ओर एक ही कैरिजवे पर यातायात की आवाजाही की अनुमति दी थी.

किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए टिकरी, सिंघू और गाज़ीपुर सहित दिल्ली की सीमाओं पर आरएएफ, एसएसबी और सीएपीएफ के साथ पुलिस टीमों को तैनात किया गया है.

संपर्क मार्गों पर सीमेंट के ब्लॉक और कील लगे पिकेट लगाए गए हैं.

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को पूरे शहर में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी और एहतियात के तौर पर सीमाओं को मजबूत कर दिया.

दिल्ली पुलिस कमिश्‍नर संजय अरोड़ा ने अगले 30 दिनों के लिए ये निर्देश जारी किए हैं.

इस बीच, लालकिले को भी आगंतुकों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है.

अर्धसैनिक बलों की 64 और हरियाणा पुलिस की 50 कंपनियों सहित कुल 114 कंपनियां विभिन्न जिलों में तैनात की गई हैं.

इसके अलावा, किसी भी विघटनकारी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों जैसी निगरानी तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है.

एसजीके/