अमृतसर, 11 अगस्त . पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) Government की लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ किसान मज़दूर संघर्ष समिति ने 15 जिलों में मोटरसाइकिल रैली निकाली. यह रैली अमृतसर के जंडियाला गुरु से शुरू हुई और गोल्डन गेट, श्याम सिंह अटारी, इंडिया गेट, रामतीर्थ रोड होते हुए कई गांवों से गुजरी. रैली का उद्देश्य Government की भूमि अधिग्रहण नीति के खिलाफ किसानों की एकजुटता दिखाना और इसे रद्द करने की मांग करना है.
किसान नेता गुरबचन सिंह चब्बा ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, “पंजाब Government की गलत नीतियों के कारण किसान सड़कों पर उतर आए हैं. यह लैंड पूलिंग नीति किसानों की जमीनें हड़पने की साजिश है. हम इस रैली के जरिए Government को चेतावनी दे रहे हैं कि हम अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे.”
उन्होंने बताया कि यह नीति कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा देती है, जिससे किसानों और मजदूरों का नुकसान होगा. यह नीति पंजाब की उपजाऊ जमीनों को शहरीकरण के नाम पर छीनने की कोशिश है, जो खेती और अनाज उत्पादन को प्रभावित करेगी.
रैली सुबह 7 बजे जंडियाला गुरु मंडी से शुरू हुई और न्वा कोट, निज्जरपुरा, राजेवाल, मन्नवाला, राजासांसी सहित कई गांवों से होकर गुजरी. किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा, “हमारी मांग है कि Government इस नीति को तुरंत वापस ले. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम आंदोलन को और तेज करेंगे.”
उन्होंने बताया कि 20 अगस्त को जालंधर के कुक्कड़ गांव में दाना मंडी में एक विशाल महापंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें हजारों किसान शामिल होंगे. इसके अलावा, 16 अगस्त को Haryana के दना मढ़ी और 25 अगस्त को दिल्ली में भी महापंचायतें होंगी.
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर Government ने मांगें नहीं मानीं, तो Governmentी प्रतिनिधियों को गांवों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा और कहा, “सभी किसान संगठन एकजुट हैं और अलग-अलग तरीकों से इस नीति का विरोध कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य Government और कॉरपोरेट साठगांठ को नाकाम करना है.”
वहीं, पंजाब Government का दावा है कि लैंड पूलिंग नीति के तहत जमीन स्वेच्छा से ली जाएगी, लेकिन किसानों का आरोप है कि उनकी सहमति के बिना जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई है. इस रैली के माध्यम से किसानों ने अपनी एकता का प्रदर्शन किया और Government को स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपनी जमीन की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे.
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एसएचके/एएस