बनासकांठा, 24 मार्च . केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से किसानों को ध्यान में रखकर कई सारी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. वहीं, गुजरात के बनासकांठा के किसानों को गुजरात और केंद्र की भाजपा सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिल रहा है.
केंद्र की पीएम कुसुम योजना की बदौलत किसान खेती में सोलर के जरिए पैदा होने वाली बिजली का प्रयोग कर रहे हैं. बनासकांठा के दांता तालुका में कई किसान पीएम कुसुम योजना से लाभान्वित हो रहे हैं.
बनासकांठा के दांता तालुका में कुल 116 गांव हैं, जिनमें से 30 गांवों में सोलर पैनल लगाने में 4 लाख 17 हजार का खर्च आता है. इस खर्च के बाद किसान सर्दी, गर्मी और बरसात में भी खेती कर सकते हैं और बिजली का बिल भी नहीं देना पड़ता है. सोलर के जरिए किसान बिजली बिल के टेंशन से मुक्त होकर आमदनी कर रहे हैं.
बनासकांठा जिले के किसान बच्चूभाई के लिए भी सोलर पंप ऊर्जा का नया स्रोत बन रहा है. बच्चूभाई को पहले अनियमित बिजली आपूर्ति के कारण रात में पानी डायवर्ट करना पड़ता था, जब उन्हें पीएम-कुसुम योजना के बारे में पता चला, तो उन्होंने ऑनलाइन आवेदन भरा. मात्र 3 माह में ही उनका सोलर पंप चालू हो गया. अब, उनका पंप सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक चलता है, जिससे उन्हें दिन के दौरान आराम से खेती करने की सुविधा मिलती है. सबसे बड़ा फायदा यह है कि जो बिजली का बिल 10 हजार रुपए के आसपास आता था, वह अब शून्य हो गया है. उन्हें सोलर पैनल पर 25 साल की वारंटी भी मिली.
डिप्टी इंजीनियर एसपी अंसारी ने को बताया, “इस योजना के तहत किसानों को सोलर कनेक्शन दिया जा रहा है. जहां पर बिजली नहीं जा सकती है, वहां पर इसका बहुत लाभ देखने को मिल रहा है. सोलर कनेक्शन के लिए 3.17 लाख रुपए खर्च होता है, जिसमें ग्राहकों का एक रुपए भी खर्च नहीं होता है. पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाती है. इससे किसानों को बहुत लाभ हो रहा है.”
एक किसान ने कुसुम योजना की तारीफ करते हुए कहा, “इस योजना का लाभ बहुत छोटे-छोटे और गरीब किसानों को हो रहा है. ऐसे किसान जो बिजली का बिल भी भरने में असमर्थ हैं, वो पीएम कुसुम योजना से लाभान्वित हो रहे हैं. इससे उनकी आमदनी बढ़ी है. पीएम मोदी को इसके लिए तहे दिल से शुक्रिया.”
–
एससीएच/एबीएम