सोलापुर, 19 अप्रैल . महाराष्ट्र के सोलापुर शहर से एक दुखद खबर सामने आई है. शहर के प्रख्यात न्यूरोसर्जन डॉ. शिरीष वलसांगकर ने शुक्रवार रात खुद को गोली मार ली. वलसांगकर को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
डॉ. वलसांगकर ने सिर में गोली मारकर खुदकुशी की. इसके बाद बेहोशी की हालत में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने की हरसंभव कोशिश की लेकिन, इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
वलसांगकर सोलापुर ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र और वैश्विक चिकित्सा जगत में एक जाना-माना नाम थे. दुनियाभर के विभिन्न अस्पतालों में उन्होंने चिकित्सकीय सेवाएं दी. इस आत्महत्या के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. उनके निधन पर चिकित्सा जगत में शोक की लहर है.
तुलजापुर विधायक राणाजगजितसिंह ने उनके निधन पर दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “पारिवारिक मित्र एवं जाने-माने न्यूरोसर्जन डॉ. शिरीष वलसांगकर के निधन की खबर बेहद चौंकाने वाली है. वह एक न्यूरोसर्जन के रूप में प्रसिद्ध थे जो जटिल मस्तिष्क सर्जरी में विशेषज्ञ थे. वह हजारों मरीजों के लिए आशा की किरण बन गये.”
उन्होंने आगे लिखा, “उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को इस दुःख से उबरने की शक्ति मिले, यही मेरी मां तुलजा भवानी के चरणों में प्रार्थना है…भावभीनी श्रद्धांजलि..!”
डॉ. शिरीष वलसांगकर ने शिवाजी यूनिवर्सिटी और रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन, लंदन से एमबीबीएस, एमडी और एमआरसीपी की डिग्री प्राप्त हासिल की थी. डॉ. वलसांगकर के बेटे डॉ. अश्विन और बहू डॉ. सोनाली भी न्यूरोलॉजिस्ट हैं. उन्हें महाराष्ट्र सरकार अभूतपूर्व योगदान को लेकर सम्मानित भी कर चुकी है. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट पुरस्कार से सम्मानित किया था.
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पीएसके/केआर