कोच्चि, 27 अगस्त . मलयालम फिल्मों के मशहूर निर्देशक 76 वर्षीय एम. मोहन का मंगलवार को निधन हो गया. उन्होंने एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली.
एम. मोहन का बुधवार को उनके गृह जिले एर्नाकुलम में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
76 वर्षीय मोहन पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने 80 के दशक में कई मशहूर फिल्में डायरेक्ट की थी. उनकी अधिकतर फिल्में पारिवारिक होती थीं और उन्होंने अपनी फिल्मों में नए चेहरों को मौका दिया था.
एम. मोहन का करियर 1978 में शुरु हुआ था, जो 1999 तक चला. उन्होंने करीब 25 मलयालम फिल्मों को डायरेक्ट किया. इस दौरान उनकी अधिकतर फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की.
उन्होंने पाक्षे, इसाबेला, ओरु कथा ओरु नुन्नाक्कथा, इदावेला, विदा परयुम मुनपे, रंडू पेनकुट्टिकल और शालिनी एन्टे कोट्टुकरी जैसी फिल्में बनाईं.
वह फिल्मों के डायरेक्ट करने के अलावा एक अच्छे राइटर भी थे. उन्होंने कृष्णन नायर, पद्मराजन जैसे दिग्गजों के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी.
मोहन की कई फिल्मों में काम करने वाली अभिनेत्री जलजा ने कहा, “जब इंडस्ट्री में कोई सुपरस्टार नहीं था, तब वह खूब चमके और फिल्म बनाने के बारीक पहलुओं, खासकर कहानी को बहुत महत्व दिया. उनकी फिल्मों के कई गाने आज भी लोगों के दिलों के बहुत करीब हैं. आज भी लोग मुझसे इसके बारे में पूछते हैं.”
मोहन ने लेखक जॉन पॉल के साथ भी काम किया था. उनकी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था.
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एफएम/केआर