भोपाल में कोचिंग संस्थान बंद होने पर परिजनों का विरोध प्रदर्शन

भोपाल, 28 जनवरी . मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित एक निजी कोचिंग संस्थान (फिट्जी) के अचानक बंद हो जाने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. छात्रों के अभिभावकों ने मंगलवार को कोचिंग संस्थान के सामने विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन तथा सरकार से कोचिंग संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का आरोप है कि उनसे फीस के नाम पर दो लाख से छह लाख रुपए तक की वसूली की गई है और अचानक कोचिंग संस्थान को बंद कर दिया गया है. इस संस्थान में 700 से ज्यादा छात्र-छात्राएं कोचिंग कर रहे थे. यह सभी छात्र 9वीं से 12वीं तक की कक्षा के हैं और विद्यालय परीक्षा के साथ प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयारी कर रहे थे.

एक छात्र की मां विनीता ने बताया कि उनके बेटे ने 9वीं में दाखिला लिया था और वर्तमान में दसवीं में पढ़ रहा है. बच्चों का चार साल के लिए संस्थान में पंजीकरण कराया गया था और आगामी दो साल की भी फीस ले ली गई. अब रातों-रात यह संस्थान बंद करके गायब हो गए हैं. एक लाख साठ हजार रुपए उनके पास जमा हैं और यह पूरे पैसे वापस किए जाएं.

उन्होंने कहा हमारी मांग है कि ऐसे कोचिंग संस्थान मनमानी करें तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, प्रशासन गाइडलाइन तय करें. इसी तरह एक अन्य अभिभावक इप्शिता का कहना है कि मेरा बेटा दसवीं में पढ़ता है. उनसे ढाई लाख रुपए फीस के लिए लिए गए हैं. उसका कोर्स पूरा नहीं किया गया है और संस्थान के बंद होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है. लगभग 700 बच्चे इस संस्थान में पढ़ते थे और वे सभी मुसीबत में हैं.

प्रदर्शन कर रहे अभिभावक सरकार और प्रशासन से कोचिंग संस्थान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि कई शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने पिछले दिनों ही संस्थान छोड़ा है और वे कोई दूसरा संस्थान शुरू कर रहे हैं.

एसएनपी/एएस